तेरे बिन दिन नहीं कटते तुझे कैसे बताएं हम
तू ही जब पास ना आए तुझे कैसे सताएं हम
तेरा वो रूठ जाना और मनाना याद आता है
समझ आए न अब कैसे करें सारी खताएं हम
देख कर तेरी मुस्कानें फूल बागों में खिलते थे
तेरे बिन देखते हैं अब तो बस सूखी लताएं हम
सभी लोगों ने अक्सर रूप मेरा सख्त देखा है
चोट अन्दर जो लगती है उसे कैसे जताएं हम
प्रेम धागे का बंधन तो बड़ा मजबूत है मधुकर
तोड़ सकते नहीं इसको नया कैसे कताएं हम
शिशिर मधुकर