उम्मीद है ये मुझको इंतजार करोगे
फिर से अपनी प्रीत का इकरार करोगे
जो ना कह सके देख ज़माने को सामने
तन्हाइयों में फिर से वो इजहार करोगे
अधूरी पड़ी है ज़िन्दगी एक तेरे बिन
सीने से लग पूरा मेरा संसार करोगे
मुसीबत कोई भी आए ज़माने की सामने
बेरुखी का कह दो अब ना वार करोगे
चलती नहीं मधुकर ये सांसें अब तुम्हारे बिन
कह दो सदा नज़रों से तुम दुलार करोगे