मुहब्बत दिल में हो जिनके वो ही तो मान करते है
मिटा के जिस्मों की दूरी उनको एक जान करते हैं
उम्मीदें मैंने पाली थी नाज़ बन माथे पे सज जाऊँ
मगर किस्मत के उलट फेरे मुझको हैरान करते है
मुहब्बत जिनको होती है वो कमियां भी छुपाते हैं
मगर जो दिल नहीं रखते सब का अपमान करते है
मीठे बोल चिड़ियों के खुशी हर आंगन में लाते हैं
मगर उल्लू के क़दम इनको हरदम वीरान करते हैं
जिन्हें अपने परायों की समझ होती नहीं मधुकर
वो ही कमजर्फ लोगों का झूठा गुणगान करते हैं
शिशिर मधुकर