मुहब्बत जिन को होती है कभी रूठा नहीं करते
फक़त दुनिया की मर्ज़ी से हाथ छूटा नहीं करते
आईना धुंधला हो जाए छवि दिखला ही देता है
बिना पत्थर सी चोटों के ये भी टूटा नहीं करते
लाख कोशिश करो प्रेम तो किस्मत से मिलता है
इसे ताकत के बल पे नेक जन लूटा नहीं करते
बिखर सकते हैं सब मोती डोरी के टूट जाने पे
मगर बस गिरने भर से वो सदा फूटा नहीं करते
निभाते हैं जो रिश्तों को मधुकर जान भी देकर
वो जीवन में कोई वादा कभी झूठा नहीं करते
शिशिर मधुकर