🍀ज़मी से जुड़े है जो अपनी यहाँ,
मिटा पाएगा न कोई उनका जहाँ।
🍀रेज़ा रेज़ा भी करदे उनको कोई ,
मुस्कुरा कर कहेंगे फिर भी यही,
🍀जमीन से जुड़े हैं हम अपनी यहाँ,
ज़र्रे ज़र्रे में बसा है मेरा जहाँन ।
🍀 ये है मेंरी ज़मीन ,मेरा आसमान,
बिगाड़ पाओगे न कुछ मेरा यहाँ ।
सय्यदा---✒
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रेज़ा रेज़ा- बहुत अधिक छोटे छोटे टुकड़े।