हैरत है अचंभा है,
दिल जल रहा है,
मंज़र ही कुछ ऐसा,
मुझे दीख रहा है,
ख़रीदना चाहती हो,
ख़ातून तो पहुंचो,
तुम भी वहां पर ,
इश्तेहार छपा है ,
वह तनके खड़ा है ,
बोली लगी है उसकी,
चर्चा है हर तरफ,
वह देखो मंडी में,
दूल्हा बिक रहा है,
दूल्हा बिक रहा है।