🌹शोहरत उसके नाम की
बज़्म में हो रही है बहुत
बस अपने ही शहर में वो
गुमनाम रह गया।
🌹दीप तले अंधेरा होता है
हर तरफ यक़ीन आज मुझे
फिर से हो गया
स्वरचित रचना सय्यदा----✒️
--------🌹🌹-----------
3 नवम्बर 2021
🌹शोहरत उसके नाम की
बज़्म में हो रही है बहुत
बस अपने ही शहर में वो
गुमनाम रह गया।
🌹दीप तले अंधेरा होता है
हर तरफ यक़ीन आज मुझे
फिर से हो गया
स्वरचित रचना सय्यदा----✒️
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हृदय अंकुरित भावों का शब्द रूप है काव्य, लेखक होना भाग्य है कवि होना सौभाग्य.........जी हां मुझे गर्व का अनुभव होता है जब मैं कोशिश करती हूं एक लेखक और कवि बनने की.... मेरे प्रयास की झलक आपको मेरे धारावाहिक लेख और कविताओं में देखने को मिलेगी,,,, मेरे द्वारा लिखी रेसिपी में एक गृहिणी और मेरे आर्टिकल में आप एक अध्यापिका के रूप में मुझे समझ पाएंगे। आप लोगों का प्रोत्साहन मेरे लेखन को निखारने में मदद करेगा और निरंतर प्रयास करते रहने के लिए आपकी समीक्षाएं मुझे प्रोत्साहित करती रहेंगी । 🌹🌹🌹 D
19 दिसम्बर 2021
बेहतरीन रचना
4 नवम्बर 2021
Bahut hi mst likha aapne 👌👌👌👌
3 नवम्बर 2021
बहुत बढ़िया
3 नवम्बर 2021
एक कटु हकी़कत बयान करती हुई कविता 🙇🙇🌹🌹
3 नवम्बर 2021