🙇याद आती है तेरी
बहुत ही मुझको
ढूंढ के लाऊँ,
कहाँ से तुझको
🙇चली गई तू क्यों
ऐसी जगह पर,
जहाँ से आता नहीं
कोई यहाँ पर ।
🙇महकी है खुशबू तेरी
अब भी हवा में,
गूँजती है हंसी, तेरी
अब भी फिज़ा मे।
🙇यक़ीन करूँ तो
भला कैसे करूँ मैं
हाल पूछा था तेरा
कल ही तो मैंने।