ज़िन्दगी के भागम भाग में,
कहीं खो गयी है होली ा
ना तो कोई कान्हा है,
ना तो कोई गोपी ा
व्हाट्सएप और फेसबुक पर ही,
अब तो सेलिब्रेट हो रही है होली ा
होली के मैसेज भेज कर,
पूरा कर रहे हैं फॉर्मेलिटी ा
ना तो दिलों में उमंग है,
ना ही चेहरे हैं गुलाबी ा
ढूँढूँ मैं हर पल,
रंगों में भीगे बच्चों की टोली ा
अब तो देवर को देख,
ना छिपती है भौजाई ा
बच्चें भी अब कहां लेते हैं,
बड़ों के पैर छू आशी ा
ज़िन्दगी के भागम भाग में,
कहीं खो गयी है होली ा