ऐ ज़िन्दगी मेरी तबाही पर इतना वक़्त न जाया कर ,
मैं तेरे हर वार को हँसते हुए सह लूँगी ,
मुझे हारने की आदत नहीं ,
और तू जीत जाए ये मैं होने नहीं दूँगी ा
11 मार्च 2019
ऐ ज़िन्दगी मेरी तबाही पर इतना वक़्त न जाया कर ,
मैं तेरे हर वार को हँसते हुए सह लूँगी ,
मुझे हारने की आदत नहीं ,
और तू जीत जाए ये मैं होने नहीं दूँगी ा