आजकल वो लड़की बड़ी गुमसुम सी रहती है ,
हमेशा बेफिक्र रहने वाली ,
आजकल कुछ तो फिक्र में रहती है ा
अल्हड़ सी वो लड़की ,
हर बात पर बेबाक हंसने वाली ,
आजकल चुप-चुप सी रहती है ा
आँखों में मस्ती , चेहरे पर नादानी ,
खुद में ही अलमस्त रहने वाली ,
हमेशा आसमान में उड़ने की बात करती थी ,
आज वो जमीन से लिपट कर रो रही थी ा
कुछ तो हुआ होगा उस रात ,
शायद कुछ भयावह घटित हुआ होगा उसके साथ ,
जो उसकी आवाज़ ही निगल गया है ,
जीने की चाहत ही छीन लिया है ,
लेकिन कोई उसकी खबर क्यों नहीं लेता ,
कोई उसकी तबियत क्यों नहीं पूछता ,
मुझे बहुत फिक्र हो रही थी की ,
कोई उसकी फिक्र क्यों नहीं करता ा