ये दीप नहीं , एक उम्मीद भेज रही हूँ मैं आपको ,
दीप जलाकर प्रजा ढूँढ रही है अपने राम को ,
टूटे न उम्मीद किसी के भरोसे का ,
अपनी रौशनी से रौशन कर दो पुरे आबाम को
7 नवम्बर 2018
ये दीप नहीं , एक उम्मीद भेज रही हूँ मैं आपको ,
दीप जलाकर प्रजा ढूँढ रही है अपने राम को ,
टूटे न उम्मीद किसी के भरोसे का ,
अपनी रौशनी से रौशन कर दो पुरे आबाम को
ये भारत है यहाँ राम सभी के हृदय में बास्ते है जरूरत हमें आज आत्म चिंतन की " सपरिवार आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये
7 नवम्बर 2018