भाव का भूखा एक अमीर आदमी बहुत ही संकट में था । उसे लाखों - करोड़ों का नुकसान जो हुआ था, और सारी जीवन की कमाई डूबने के करीब थी ! जीवन की नाव डगमगा रही थी । वह कभी मंदिर नहीं गया था, वह कभी पूजा पाठ
सत्य व असत्यअनिल और सुनिल दोनों बहुत ही घनिष्ठ मित्र व सहपाठी भी थे। वे कक्षा - सात में पढ़ते थे। अनिल एक बुद्धिमान लड़का था। वह सत्य में विश्वास करता था। वह कभी असत्य नहीं बोलता था, जबकि सुनिल असत्य
दिनू की कहानीएक समय की बात है । खेड़ा नामक एक गांँव में एक अमीर साहूकार हेमा रहता था । वह बहुत ही धनवान था । गाँव के लोग उसका बहुत सम्मान करते थे । इस वजह से साहूकार घमण्डी और अहंकारी हो गया था ।
मोबाइल ( उपहार का डिब्बा ) एक समय की बात है । सुबह विद्यालय जाते समय टप्पू को एक उपहार का डिब्बा सड़क के किनारे पर लावारिस मिला था । उस उपहार के डिब्बे में एक नया मोबाइल रखा हुआ था । उस डिब्बे को
चाहत किस-की...? एक समय की बात है, एक व्यक्ति अपनी हाल ही में एक कार खरीदी वो उस को बड़ी चाहत से धुलाई करके चमका रहा था। उसी समय उसका पांच वर्षीय लाडला बेटा, किसी नुकीली चीज से कार पर कुछ लिखने लग
गुरु का स्थान तो कबीरदास जी के इन दोहों से ही स्पष्ट हो जाती है:- गुरु गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पाय? बलिहारी गुरु आपकी, गोविन्द दियो बताय। वैसे तो इस अखिल ब्रम्हांड के सबसे बड़े गुरु शिव हैं। हर
लोग जल जाते हैं मेरी मुस्कान पर क्योंकि,मैंने कभी दर्द की नुमाइश नहीं की... ज़िंदगी से जो मिला कबूल किया,किसी चीज की फरमाइश नहीं की... मुश्किल है समझ पाना मुझे क्योंकि,जीने के अलग अंदाज हैं म
नववर्ष के स्वागत मे, नई खुशी, नई उमंगे लाएंगे, हो नया सवेरा सभी के जीवन में, निराशा के अंधेरों को, मिलकर दूर भगाएंगे, नए-नए सपने, नए अरमान ले, नए-नए ख़्वाब बुनेंगे,
वीर बाल दिवस गुरु गोविंद सिंह जी के चार पुत्रो की यादगार में मनाया जाता है।इतिहास कहता है कि 19 वर्ष की आयु में ही ये वीरगति को प्राप्त हुए थे।मुगल सेना द्वारा इन्हे मार डाला गया था । प्रधानमंत्र
मानसिक स्वास्थ्य हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होता है। हमारी दिनचर्या कार्य क्षमता और हमारे दूसरों के साथ संबंध मानसिक अवस्था सब से ही साबित होते हैं।
एक बच्चे पर माँ क्रोध करती है ताकि बच्चा संभल सके। यह एक सामान्य क्रोध है जो उसके भलाई के लिए है जिसमे माँ का प्यार छुपा है। माँ की कामना है कि मेरा बच्चा स्वस्थ व पढ़ाई में अच्छा रहे।ये साधारण काम
सर्व देवस्य स्तुति रहो भवानी साथ तुम जब तक हो पूर्ण ये काज, नील पदम् व्रत ले लिया कीजो सुफल सो काज। श्रीमुख श्री गणेश जी विरजो कलम में आय, रहो सहाय नाथ तुम ज्यों व्यास को भये सहाय। जय माँ व
काश ये क़यामत थोड़ा पहले आती, ख़ुदा की कसम कोई बात बन जाती, अपनी आँखों में होती चमक सितारों की, ज़िन्दगी किस कदर बदल जाती । यूँही फिरते रहे अंधेरों में, बेसबब, बेपरवाह यूँही एकाकी, दीप जलाने का होश
आज जिंदगी ऐसे मुकाम पर खड़ी है ,जहा childhood को प्यार चाहिए, teenage को हर दुख, दर्द,अपमान का बदला और adulthood को बस peace चाहिए।
शब्द ही सबसे बड़े गुरु हैं । कभी गौर कीजियेगा । गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाएं बलिहारी गुरु आपकी, जिन गोविंद दियो बताय । उपरोक्त में "बताय" शब्द का क्या मतलब है। किसी ने बताया।
वो अब कभी किसी भी गली में दिख नहीं सकते भटकते आवारा, कैद कर लिया है अब उनको, दिल के कारागारों में हमने । @नील पदम्
इतने भरे हुए थे वो कि छलकने ही वाले थे, बड़ी मशक्कतों-मुश्किल से आँसुओं को सम्भाले थे, उनकी उस दुखती राग पर ही हाथ रख दिया जालिम, जिसकी वजह से उसके दिल में पड़े छाले थे । @नील पदम
अभी भी मैं, उसकी नज़र में हूँ मुसलसल, पर अभी भी वही कि, न ये प्यार नहीं । @नील पदम्
मीठा फल संतोष का, आगे बढ़कर खाए, स्वाद बहुत मीठा लगे, दूजे को न मन ललचाए । @नील पदम्
चाहे कुछ भी हो जाए ,आप अपना true self या ये कहे की अपनी authenticity कभी मत खोना।क्योंकि सब कुछ नश्वर है ,बस true self ही सब कुछ है।