Meaning of भूख in English
Articles Related to ‘भूख’
- कचोटती तन्हाइयां -भाग 43
- कायरा का इंसाफ -8
- प्यारी माँ......
- सच से जितना दूर रहोगे,
- bhukh se maut.
- वक़्त से आगे निकल,फिर सामने आ
- एतिहातन या अदब के साथ,झुकना पड़ेगा,
- धुंध
- मैं हूँ अँधेरे में , उजाला ढूंढ लूंगा
- भूखे को भूख , खाए को खाजा ...
- छत की महत्वता
- गौरक्षक ?
- 'हो गए बागी सवाल'
- कचरे में लिपटा बचपन
- मैं अभय हूँ ;मैं समय हूँ
- भूख प्यास मजबूरी का आलम देखा
- माँ:मेरा चिरागेज़िन
- प्रेम
- नेह तक जब दीपिका की वर्तिका जल जाएगी ,
- भूख ?
- गजल --गर्म बाजार
- निश्छल,अटल,संकल्प की परिकल्पना
- गरीबी को डर बस भूख का है
- ''लो फूल काँटा बन गया''
- भूखा बचपन
- गौण होने लगे विकास के मुद्दे
- 'सूरज को देखकर'
- Upcharaurprayog-Native-Treatment-Hunger-देशी इलाज भूंख लगने का
- आरक्षण
- गरीबी
- भूख
- गीत.....
- दूभर जीवन
- फितरत रोज बदलते लोग
- येाग़
- रहने दो न दोहराओ वही बात पुरानी
- दरिन्दा
- अनुकूल हवा में जग चलता, प्रतिकूल चलो तो हम जानें।
- आज मुझे कह लेने दो
- मंजिल की भूख को बनाए रखना है
- ग़रीबी
- भूख की मार तलवार से भी तेज होती है
- भाग- 3
- "पराली- कोई चारा भी तो नहीं?"
- बस पानी
- पता है रास्ता बदनाम है
- वो सड़क पर सोता था
- जानने लगी
- गांधी तेरे देश में
- जान की कीमत क्या होगी।
- अधूरा तन
- चेहरा बता रहा था कि... "मारा है भूख ने और लोग कह रहे थे कि कुछ खा के मरा है |।।"
- यह बचपन फिर लौट कर आता नहीं
- जागते रहो
- शराफत की जान
- हंसी और स्वस्थ्य
- भूखे भजन न होय गोपाला ~
- ग़ज़ल
- कंजूस और पठान
- उठो रौशनी के ख़यालों से बोलो
- कार्य ही पूजा या कार्य ही पेट पूजा
- "ग़ज़ल, ले के आए आप अरमा औ बिछौना दे गए
- Understand Relationship Sexual Intimacy-संभोग रिश्तो की अंतरंगता को समझे
- सुनो यूथ की आवाज
- जनता के आँसू
- भूख
- पत्नी रानी
- बीमार ही नहीं पड़ेंगे!
- कमला दास (कमला सुरय्या), एक बेबाक लेखिका
- पाव भर जलेबी - जिव्हा सुख या आनंद । दिनेश डॉक्टर
- गज़ल - मोल-अमोल
- कुएँ
- सच्चाई
- अतिशियोक्तियां
- भूख से मरने वालों का सच नहीं जानते हम
- आलिंगन
- आत्मा लूट
- “गीतिका” पेट भूख कब जाति देखती रोटी रगर विकार हरो॥
- दुर्गा ! तेरे रूप अनेक. .
- अगर भूख बाजारों में बिकती
- सत अभिशप्त
- सुना मुझे
- अनूठी औषधि
- मुक्तक
- Robin Hood Army
- रूकना चाहिए पशुओं पर अत्याचार! Human civilization and animal, Cruelty, Hindi Article
- मुलाकात जिंदगी से
- भारत में 1877-1946 के बीच पड़े अकाल की त्रासदी, बेबसी और बेचारगी को बयां कर रही हैं ये तस्वीरें
- मेरी मंज़िल पे मुझे मिलना वहीँ मेरी कसम
- गज़ल (ये कैसा परिवार)
- “मुक्तक” हों सभी के शिर सु-छाया संग यह वर दीजिये।
- क्या यही है देश की तकदीर
- गुणकारी है बेल-फल
- क्या विज्ञापन आपको भी उल्लू तो नहीं बना रहे हैं?
- जग में कैसा है यह संताप
- स्त्री विमर्श---गजल
- अँधेरा भी होगा उजाला भी होगा
- अणु कोरोना हार चलेगा
- “मुक्तक” माँ जगत की अन्नदाता भूख को भर दीजिये।
- bhojpuri kahawat
अक्षरों पर क्लिक करके अन्य शब्द देखें