पांव का कांटा निकाला ये बहुत अच्छा किया ,
गर्दिशों में भी संभाला ये बहुत अच्छा किया।
धूप-छाँव और पानी-प्यासे ने की गुफ्तगू ,
आप ने कीचड उछाला, ये बहुत अच्छा किया |
उँगलियों पर जोडना गिनना, घटाना रात -दिन,
सुर्ख़ियों में फिर घोटाला ,ये बहुत अच्छा किया,
भूख - प्यास बढती मंहगाई भ्रष्टाचार पर,
कल प्रश्न संसद में उछाला ये बहुत अच्छा किया,
जब-जब भी आदमी को आम सा समझा गया
छीनकर मुंह का निवाला ये बहुत अच्छा किया |
सोना ,चांदी ,हीरे , मोती और पत्थर, रेत,
कीमतों ने धर उछाला ,ये बहुत अच्छा किया|
कुछ जनों के मशवरे पे क्या किया 'अनुराग' तुम ,
खून कर डाला वफ़ा का ,ये बहुत अच्छा किया |