सच से जितना दूर रहोगे,
व्याकुल तुम भरपूर रहोगे ।
समय गंवाने वालों सोचो,
कितने दिन मशहूर रहोगे ।
रिश्तों में अपनापन रखना,
तुम आँखों के नूर रहोगे ।
पीर छुपाये आंसू पीते,
आदत से मजबूर रहोगे।
भूख गरीबी खा जायेगी,
कुछ दिन ही मगरूर रहोगे।
आज ह्रदय की बात बतादो,
कब तक यूँ दस्तूर रहोगे।
सच'अनुराग' समझ जाओगे,
हो कर चकना - चूर रहोगे