एक बार की बात है, एक बहुत ही क्रूर अंग्रेजी शिक्षिका थी जो कि हमारे कक्षा में पढ़ाती थी। वह हमेशा सख्त और अन्यायपूर्ण नियमों के साथ प्रतिष्ठित रहती थी।
उसकी कक्षा में पढ़ने का तरीका अनोखा था। वह हमेशा डरावने नक़ारात्मक टिप्पणियों करती और हमारे स्वतंत्रता को प्रतिबंधित कर देती थी। वह शारीरिक और मानसिक तौर पर हमें तनाव में रखती थी।
एक दिन, हमारे पास अंग्रेजी के लिए एक परीक्षा थी और हम उसे अच्छी तरह से तैयार थे। हमने उनके सामरिक प्रश्नों का समाधान कर दिया और अच्छे अंक प्राप्त करने की उम्मीद की।
परीक्षा के बाद, जब वह हमारे उत्तर पत्रों को जांच रही थी, उसने तुरंत हमें नियंत्रण के तहत रख दिया। वह हमारे उत्तरों को जांचते समय, बिना किसी योग्यता के, हमारे उत्तरों की गलतियों पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित कर रही थी। वह हमें अवमानित करती थी और हमारी उत्साह को दबा देती थी।
अंत में, वह हमारे सभी प्रश्नों को बिना संदर्भ और समझे, गलत ठहराए गए हमारे उत्तर के लिए हमें अंक काट दिए गए। हम आश्चर्यचकित और निराश हो गए। हमने अपनी गलतियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन उसने हमारी आलोचना करके हमें निराश कर दिया।
बाद में हमने अन्य छात्रों से मिलकर पता चला कि यह क्रूर शिक्षिका बहुत से छात्रों के साथ ऐसा ही करती थी। वह न सिर्फ अन्यायपूर्ण थी, बल्कि छात्रों को उत्साहहीन बना देने का काम भी करती थी।
हमने अपने वालिदानी और प्रधानाचार्या के पास इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन उन्होंने हमारी बात को नजरअंदाज कर दिया। हमें आत्मविश्वास की कमी हो गई और हमारी अंग्रेजी पढ़ाई पर असर पड़ा।
धीरे-धीरे, हमने उस क्रूर शिक्षिका के खिलाफ आवाज़ बुलंद की। हमने अपने माता-पिता को बताया और उन्हें स्कूल प्रशासन तक जाने की अपील की।
आखिरकार, हमारी शिकायत ध्यान में ली गई और उस क्रूर अंग्रेजी शिक्षिका को आवाजाहीन किया गया।
उसकी बदनामी हो गई और उसे स्कूल से निकाल दिया गया। इसके बाद से हमारी पढ़ाई में सुधार हुआ और हमें उत्साह मिला। नए अंग्रेजी शिक्षक ने हमारे साथ मित्रतापूर्ण रवैया अपनाया और हमें सही दिशा में मार्गदर्शन किया।
यह घटना हमारे लिए एक सबक सिखाने वाली रही। हमने यह अनुभव किया कि एक क्रूर शिक्षक सिर्फ शिक्षा को हानि पहुंचा सकता है, छात्रों की आत्मविश्वास को कम कर सकता है और उनके अभिरुचियों को नष्ट कर सकता है।
शिक्षकों की भूमिका हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होती है और वे हमारे आदर्श बनते हैं। हमेशा सुव्यवस्थित, प्रेरणादायक और शिक्षाप्रद व्यक्ति के रूप में उपलब्ध शिक्षकों का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम अपने छात्रों के प्रति संवेदनशील और सहानुभूतिपूर्ण हों, उन्हें मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करें और उनकी विद्या को बढ़ावा दें। एक सकारात्मक और प्रेरक शिक्षक की कथा से हमें यह सिख मिलती है कि हमेशा दूसरों के साथ सही व्यवहार करना चाहिए। यदि हम शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत हैं, तो हमारा दायित्व होता है कि हम अपने छात्रों को प्रभावी तरीके से पढ़ाएं और उन्हें प्रेरित करें।
एक क्रूर शिक्षक की वजह से हमें व्यक्तिगत और अकादमिक रूप से नुकसान पहुंचा, लेकिन हमने इससे सीखा कि हमें आपसी सहयोग और प्रेम से अपने छात्रों के प्रति दृष्टि रखनी चाहिए। हमें उनकी गलतियों को समझने और उन्हें सही राह पर प्रेरित करने की जरूरत होती है।
एक अच्छा शिक्षक हमारे जीवन में एक अद्वितीय भूमिका निभाता है और हमें अच्छे मार्गदर्शन के साथ सच्चाई को स्वीकार करना सिखाता है। हमें अपने छात्रों के सपनों और लक्ष्यों का समर्थन करना चाहिए और उन्हें उनकी प्रतिभा को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।