कुछ ख्यालात ऐसे होते हैं जो जाने-अनजाने आते जाते रहते हैं। मानों किसी नदी के किसी बहाव की तरह धीमे-धीमे ठण्डी हवा के साथ कलरव करती हुई एक मीठी सी मुस्कान के साथ। तो कभी तेज तूफानी, रेगिस्तानी गर्म हवाओं के थपेड़े लिए मन को उलझा देने वाले पल, जो बहुत ही परेशान कर देने वाले होते हैं। ऐसे ही ख्यालों में कुछ ऐसे भी ख्याल आ जाते हैं जो जाने-अनजाने खुद को जांचने-परखने और समझाने का काम करते हैं। शायद इसी का नाम है जिन्दगी.....