हैं भले अपने मगर हर बार करते हैं
पीठ पीछे ही हमेशा वार करते हैं
है अनोखा फलसफा उनसे मिले धोखा
आप जिनको डूबकर के प्यार करते हैं
प्यार का अहसास कर पाओ तो अच्छा है
जो हैं नकली वे अधिक इज़हार करते हैं
हमने ही बोला था राजा हो गया नंगा
हमको दो फांसी ये हम स्वीकार करते हैं
लोग ऊँचा और नीचा कर रहे अब तक
हम सभी से एक-सा व्यवहार करते हैं
आज जाने क्या मुसीबत आ पड़े सर पे
रोज खुद को इस तरह तैयार करते हैं
सब हैं ज्ञानी किसको हम समझा रहे 'पंकज'
वक्त अपना क्यों भला बेकार करते हैं