कितना सुख पहुंचाता मौन
जब जीवन में आता मौन
शोर बहुत हो चौतरफा तो
मन को केवल भाता मौन
कुछ ना बोलो नादानो से
चुप रहना समझाता मौन
बड़ी साधना करते हैं फिर
तब जा कर के आता मौन
पहले कहते मौन रहो तुम
बाद में उन्हें सताता मौन
सुन पाओ तो सुन लेना तुम
कितना सुंदर गाता मौन
रोते हुए आदमी आता
पर इक दिन है जाता मौन
शोरभरे इस महानगर में
अब तो हमे सुहाता मौन
एक साधना है ये 'पंकज'
लाभ बड़े बतलाता मौन