बेटा मॉल गया.
ज़िद करके 'लेटेस्ट फैशनवाली' 'ब्रांडेड' जींस खरीद ली. कई जगह से फटी, मगर कीमत चार हजार।
माँ को दुःख हुआ, पर कोई बात नहीं, बेटे का शौक पूरा हो गया।
छह माह बाद बेटे ने कहा - ''अब ये जींस पुरानी हो गयी, नई खरीदूंगा, वो पीछे से भी फटी है... लेटेस्ट फैशन।''
माँ ने सर पीट लिया- ''ठीक है, तो ये किसी भिखारी को दे देंगे। ''
तभी बाहर से भिखारी की आवाज़ आयी।
माँ ने पेंट उसे दे दी.भिखारी ने पेंट को उल्ट-पुलट कर देखा और हाथ जोड़ कर कहा - ''माँ जी, मेरा इतना अपमान? फटी-चिथड़ी पैंट दे रही हैं? समाज में मेरी क्या इज़्ज़त रह जाएगी? मैं चलूँ, भगवान आपका भला करे. ''
माँ को काटो तो खून नहीं। वह पैर पटकते हुए भीतर आई.
सामने बेटा खड़ा था.उसके चेहरे पर कुछ-कुछ शर्मिंदगी के भाव उभर रहे थे.