अच्छा लिख, सच्चाई लिख
बेहतर पुण्यकमाई लिख
जलना-कुढ़ना छोड़ अरे
मत जीवन दुखदाई लिख
बहुत हो गया अपना सुख
अब तो पीर पराई लिख
देख रहा गलती सबकी
अपनी एक बुराई लिख
गीत अमरता के मत गा
जीवन है परछाई लिख
कलम चले तो बस ऐसी
जाग उठे तरुणाई लिख
जीवन का स्वागत पंकज
होगी मगर विदाई लिख