हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 13
अब तक आपने पढ़ा सनी को सी ऑफ करने के बाद सब लोग अपने-अपने घर आ जाते हैं नूरी भी अपने घर आ जाती है,,, वैशाली को बहुत मिस कर रही है अभी उसे गए हुए तीन चार घंटे ही हुए हैं अब आगे 👉
तभी फ़ोन की घंटी बजती है सनी का फ़ोन देखकर नूरी खुश हो जाती है,,,उधरसे आवाज़ आती है,,, क्या कर रही हो डियर,,,,,।
नूरी कहती है कुछ नहीं तुम्हारे ही ख्यालों में गुम हूं अभी तो तुम बताओ कहां तक पहुंचे,,,,, सनी कहता है एयरपोर्ट पहुंचने वाला हूं,,,,, दिल्ली तो पहुंच गया था,,, सोचा तुम्हें फोन करके बता दूं,,, पुणे पहुंचकर तुमसे बात करने का टाइम नहीं मिलेगा,,, सारी फॉर्मेलिटी पूरी करनी होंगी तुम परेशान ना होना,,,।
नूरी कहती है कोई बात नहीं तुम वहां अच्छे से मन लगाकर काम करना,,,,,, लेकिन हां फुर्सत मिलते ही फ़ोन ज़रूर करते रहना,,, ठीक है नूरी मैं अब रखता हूं कहकर सनी फ़ोन रख देता है,, ।
तभी सारा आती है और नूरी से पूछती है क्या चल रहा है आपी,,,,, कुछ नहीं सनी एयरपोर्ट पहुंच गया है,,
वाह आपकी मंजिल भी अब आसान होने जा रही है,, दोनों मिलकर आपस में बातें करती हैं,,, पर ना जाने क्यों नूरी का मन बार-बार उदास हो जाता है,,,,, बस वह यही सोचे जा रही है पता नहीं कब सनी को छुट्टी मिलेगी,,,।
मिलेगी भी या नहीं कहीं ऐसा ना हो मैं यहां उसका इन्तज़ार करती रहूं ,,,,और वह मुझे भूल जाए,,,,,।
सारा कहती है कहां खो गई आपी,,,, नूरी हंसने लगती है,, सुबह कालेज के लिए भी उसने आज कोई ख़ास तैयारी नहीं की,, ।
कॉलेज में पहुंचकर वह सब दोस्तों के साथ बातें कर रही थी ,,,,, पर उसकी नज़रें बार-बार सनी को ही ढूंढ रही थीं कॉलेज में भी उसका दिल नहीं लगा,,,,।
दोस्तों ने काफी दिल बहलाने की कोशिश की परंतु उसका दिल कॉलेज में नहीं लगा ,,,, ,,,,,आज वह बहुत जल्दी घर पहुंच गई,,,,।
अम्मा जान दोनों को देखकर बहुत खुश हुई,,,, अरे आज तो मेरी बेटियां बहुत जल्दी घर आ गई हैं।
नूरी कहती है आजकल सर छुट्टी पर हैं,,,, लास्ट पीरियड खाली रहता है इसलिए हम लोग अब जल्दी ही घर आ जाया करेंगे,,, ।
नूरी का व्यवहार पूरी तरहं से बदल गया था,,,, अब वह ज़्यादातर समय अपनी अम्मी जान के साथ बिताती थी और काम में भी उनकी मदद करती थी,,,, जिससे अम्मी जान बहुत खुश थी,,,, और उसे ढेरों दुआएं दिया करती थी,,,,।
और अब्बू भी उसके बने खानों की बहुत तारीफ़ किया करते,,,, वह सारा के लिए भी तरहां तरहं की ड्रेसेस तैयार करती,,,,, ज्यादातर नूरी की कोशिश होती कि वह अपने आप को बीजी़ रखें ,,,,,।
वैसे भी अब उसके पास ज़्यादा खाली समय नहीं बचता था,,,, वह पढ़ाई भी बहुत मेहनत से कर रही थी सनी का फ़ोन भी हर तीसरे दिन आता था ,,,, और वह नूरी को लगातार अपने बारे में बताता रहता था,,,,, और दिलासा दिलाता रहता था कि वह जैसे ही छुट्टी मिलेगी जरूर मिलने आएगा,,,।
एक दिन उसने नूरी को बताया बहुत बिज़ी शेड्यूल है मेरा मुझे पल भर की भी फुर्सत नहीं ,,, बहुत सी चीजें ऐसी हैं जो मैं तुम्हारे साथ शेयर नहीं कर सकता,,,,,, इसलिए जब मेरा फोन ना आया करें तो तुम परेशान ना होना,, ।
अब मैं तुम्हें पंद्रह दिन में एक बार ही फ़ोन कर पाऊंगा,,, तुम्हारी बड़ी याद आती है मुझे,,,,, कॉलेज के दिन बहुत मिस करता हूं,,,,, सब दोस्तों की भी बहुत याद आती है पर मैं किसी को फ़ोन नहीं कर पाता,,,,, तुम ही मेरा हेलो हाय सब से बोल देना,,।
वह नूरी को अपना एक फ़ोटो भी भेजता है सबसे छुपकर नूरी बार-बार फोन में उसका फोटो देखती रहती है यूनिफॉर्म में कितना स्मार्ट लग रहा है,,,,,।
इसी तरहं एक दूसरे से फ़ोन पर बात करते हुए 6 महीने बीत गए,,,,, नूरी अब बहुत ही मिस कर रही थी सनी को क्योंकि अब उसका फ़ोन महीने में एक बार ही आने लगा था,, ।
सनी कह रहा था उसको छुट्टी मिलना मुश्किल है लगता है जब ट्रेनिंग पूरा हो जाएगा तभी मुलाक़ात होगी चलो ख़ैर कोई बात नहीं वीडियो कॉल तो हो जाती है ।
एक दिन सनी ने बात करते हुए नूरी को बताया,,,, नूरी मैं तुम्हें अब वीडियो कॉल नहीं कर पाऊंगा,,,, मेरी मजबूरी है अपना ख़्याल रखना।
अपनी आवाज़ सुना दिया करो इतना ही बहुत है मेरे लिए नूरी ने सनी से कहा,,, उधर घर में नूरी की अम्मी लगातार नूरी के अब्बू से कह रही थी,,,, के अब रिजल्ट आने वाला है आप नूरी के लिए कोई अच्छा लड़का ढूंढना शुरू कीजिए ,,,, अगले साल इसकी शादी कर देनी है,,, ।
नूरी के अब्बू कहते हैं तुम परेशान क्यों होती हो मैं देख रहा हूं ना,,,,,।
तभी नूरी की अम्मी जान बताती हैं फातमा ने कल एक रिश्ता बताया है नूरी के लिए,,,,,,,, लड़का हाइडिल में इंजीनियर है बहुत अच्छी फैमिली है नोएडा में उनका अपना मकान है दो बहन भाई हैं बस ,,,,,।
वह नूरी को देखना चाहते हैं,,,, नूरी के अब्बू कहते हैं अगर तुम्हें लड़का और उसके परिवार के लोग पसंद आ रहे हैं तो इस संडे को बुला लो उन्हें,,,,।
दोनों फैमिलीज एक दूसरे को देख लेंगे,,,,,,,,,अगर बात बनती है तो ठीक है,, ।
नूरी की मम्मी कहती हैं ,,,, ठीक है ,,,, फिर मैं उनसे फोन पर कह देती हूं,,,,।
नूरी की अम्मीजॉन फातमा को फोन लगाती हैं,,,, और फातमा से कहती हैं,,,,,,, तुमने जो रिश्ता बताया था उन लोगों को संडे आने के लिए बोल दो,,,।
लड़कियां भी घर पर होंगी और नूरी के अब्बू भी,, फातमा कहती है ठीक है,,,,, मैं उनको बता दूंगी वह तो खुद ही मुझसे बार-बार पूछ रहे थे तुम्हारे यहां आने के लिए,,,
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहे धारावाहिक हमें तो मिलना ही था,,, 💕
मौलिक रचना सय्यदा खा़तून ✍️
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