मिलना ही था 💕 एपिसोड 44
अब तक आपने पड़ा नूरी अपने दोस्त अलका को बता रही है ,,,,,,जिसकी तरफ़ मैंने कभी इस नज़र से देखा ही नहीं वह मेरी जिंदगी हर समय खुशियों से भर देने के लिए तड़प रहा है,,,!
अब आगे 👉
अलका जो होता है अच्छे के लिए ही होता है मुझे लगता है तुम्हारी शादी तो मुझसे भी पहले होने वाली है,,,!
नूरी,,, नहीं यार मैं चाहती हूं मुझे थोड़ा टाइम चाहिए,,, मैं शमीम के बारे में और अच्छी तरहां से जानना चाहती हूं,,, वह मेरे साथ कॉलेज में रहा जरूर है पर मैंने कभी उसकी तरफ़ इस नज़र से नहीं देखा,,, !
शादी कोई गुड्डे गुड़िया का खेल नहीं है,,,, उम्र भर का साथ होता है इसलिए मैं चाहती हूं जो भी फैसला करुं,,,,,बहुत सोच समझ कर करुं,,,,,, जिससे बाद में पछताना ना पड़े,,,!
शादी तो मैं अक्टूबर की छुट्टियों में ही करूंगी,,,! ऐसा हो सकता है पहले सगाई हो जाए,,, सारा भी यूएसए में रहती है,,, सगाई में भी उसका होना बहुत जरूरी है,,,,!
अलका जो भी करना दोस्त सोच समझकर और जल्दी करना ऐसा ना हो कि तुम सोचते रह जाओ,,, और यह रिश्ता भी हाथ से निकल जाए,,,!
नहीं अलका इस बार मैं सीरियस हूं,,, और किसी चक्कर में ना पडते हुए सीधा शादी ही करना चाहती हूं,,,!
रात में मैं सारा से भी बात करूंगी,,, उसको भी मेरी बहुत फिक्र है,,, मेरे लिए बहुत अच्छे-अच्छे रिश्ते भेजती रहती है मगर मैं अपने देश को छोड़कर विदेश में नहीं बसना चाहती,,, अब तो यहां अच्छा खासा जॉब है मेरा,,, इसलिए मैं कहीं नहीं जाना चाहूंगी,,,!
अलका के जाने के बाद नूरी अपने रूम में आराम से लेट जाती है और सारा को फोन लगाती है,,,,!
कैसी हो आपी,,, मैं आपको ही फ़ोन करने वाली थी,,, अब्बू का फोन भी आया था,,, बता रहे थे,,, शमीम बहुत अच्छा लड़का है और परिवार के लोग भी काफी अच्छे हैं,,, वह आपकी शादी शमीम से करना चाहते हैं,,, !
नूरी हां देखने में तो सब लोग बहुत अच्छे हैं,,, वह भी केवि में पीजीटी केमेस्ट्री है,,,,! सारा यह तो और भी अच्छी बात है,,,, आपका क्या इरादा है,,, मैंने सब कुछ अब्बू पर छोड़ दिया है,,,!
सारा खुदा सब अच्छा करेगा अब्बू कह रहे थे मैं जल्दी से जल्दी आ जाऊं,,, तुम्हें आने में कोई प्रॉब्लम तो नहीं,,, नहीं अभी तो मैं सफर कर सकती हूं,,, हां लेकिन बाद में सफ़र करना मेरे लिए मुश्किल होगा,, मैंने अब्बू से कह दिया है आप सगाई कर लीजिए मैं आ जाऊंगी,,, पर शादी मेरे नन्हे मुन्ने के आने के बाद ही रखिएगा,,, !
नूरी,,,, मेरी शादी नन्हे-मुन्ने की वजह से ही रुकी हुई थी शायद,,,,, क्योंकि उसको भी अपनी खा़ला जान की शादी में आना था,,, दोनों हंसने लगते हैं,,,!
अच्छा सारा तुम अपना ध्यान रखना मैं अब फोन रखती हूं,,,, सुबह स्कूल भी जाना है,,, !
ठीक है आपी अब तो हम जल्दी मिलने वाले ही हैं,,,! और हां आप ही आप मेरे लिए एक खूबसूरत सा सूट जरूर खरीद कर रख लीजिएगा,,, भाई अब आप अपनी पहली सैलरी में मुझे कुछ ना कुछ तो दिलवाएंगी ना,,,!
नूरी बस सूट पर ही मान गई मैं तो सोच रही थी तेरे लिए एक अंगूठी गोल्ड की खरीद लूं,,, सारा अरे वाह आपी आपने तो मेरे दिल की बात जान ली मैं तो इसलिए लंबी चौड़ी फरमाइश नहीं कर रही थी क्योंकि आप की सगाई होने वाली है,,,!
नूरी,,,,,,,, मेरी छोटी बहन है तेरे दिल की बात मैं नहीं समझूंगी तो कौन समझेगा,,,!
फिर नूरी फ़ोन रख कर सोचने लगती है क्या मैं सच में शमीम के साथ खुश रहूंगी,,, क्या मैं उसे उसके हिस्से का प्यार दे पाऊंगी,,, क्या मैं सनी को भूल कर शमीम के साथ जिंदगी गुज़ार सकती हूं,,, !
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए 👉👉👉👉👉👉👉👉
धारावाहिक हमें मिलना ही था 💕
मौलिक रचना सय्यदा ख़ातून--✍️
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