हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 45
अब तक आपने पढ़ा नूरी फ़ोन रख कर सोचने लगती है क्या मैं सच में शमीम के साथ खुश रहूंगी,,, क्या मैं उसे उसके हिस्से का प्यार दे पाऊंगी,,, क्या मैं सनी को भूल कर शमीम के साथ जिंदगी गुजा़र सकती हूं,,, !
अब आगे 👉
वह आंखें बंद करके यह सब सोच रही थी तभी उसके दिल से आवाज़ आती है,,, जो हुआ उसे भूल जा अब तो तू जिसके साथ भी शादी करेगी,,, वह शादी नहीं एक समझौता ही होगा,,,! और यह समझौता तू जितनी जल्दी करले तेरे लिए उतना ही अच्छा है,,,!
हां जिंदगी के साथ समझौता,,,,, एक समझौते की शादी,,, पूरी जिंदगी अकेले नहीं गुजारी जा सकती,,,,,, इसलिए जो तुझे दिलो जान से चाहता है तू भी उसके साथ जीने का फैसला कर ले,,,,, !
वैसे भी जिंदगी एक समझौता ही तो है कभी अपनों के साथ समझौता तो कभी दूसरों के साथ,, कदम कदम पर इंसान कभी अपनी ख़ुशी के लिए तो कभी दूसरों की ख़ुशी के लिए समझौता करता चला जाता है ,,,!
शमीम से शादी एक समझौता है जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए,, मैं खुश रहूंगी या नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा,,,!
नूरी अपने आप से बातें कर रही है,,, और एक फैसला ले लेती है,,,, मैं, मां-बाप की खुशी के लिए और अपनी रुकी हुई जिंदगी को आगे बढ़ाने के लिए शमीम के साथ शादी करने का फैसला लेती हूं ,,,,!
या यूं कहूं तो ज्यादा अच्छा होगा मैं अपनी खुशियों के लिए जिंदगी के साथ समझौता कर रही हूं! और खुदा से दुआ करती हूं,,, यह समझौते की शादी,,, मेरे लिए खुशियों के दरवाजे खोल दे,,,!
यह फैसला ले कर नूरी सकून की नींद सो जाती है,,,!
उधर सारा को भी यह जानकर अच्छा लगता है कि अब उसकी बहन भी शादी करके अपनी ज़िंदगी में ख़ुश हो जाएगी,,,वह खुदा का लाख लाख शुक्र अदा करती है,,,, जिसने इतनी सारी खुशियां एक साथ देदी हैं ,,,,!
वह यह खु़शख़बरी अपने पति को सुनाती है,,, वह भी सब कुछ जानकार बहुत ख़ुश होते हैं,,, और कहते हैं सारा ख़ुदा के यहां देर है अंधेर नहीं,,, !
हमारा आने वाला बच्चा बहुत भाग्यशाली है,,,देखो उसके आने से पहले ही नूरी का जवाब,उसकी सगाई, हबीब का एम. बी. बी. एस. में एडमिशन और मेराजाब में प्रमोशन कितनी सारी ख़ुशख़बरियां एक के बाद एक सुनाई दे रहीं हैं,,,!
सारा कहती है शायद तुम सही बोल रहे हो,,, मगर एक बात और है जो तुम भूल गए हो,,, वो क्या,,,?
सारा,,, मैं कब से कह रही थी,,, मुझे इंडिया जाना है अम्मी अब्बू के पास,,,,,,,, और तुम लगातार टालते जा रहे थे,,, ! अब देखो ऐसी वजह निकल कर आई है कि तुम मना ही नहीं कर सकते,,, !
फिर वह दोनों हंसने लगते हैं हां यह बात तो है अब तुम जाने की तैयारी करो अरे भाई औरतों को कहीं जाने से पहले ढेर सारी शॉपिंग का बहाना जो मिल जाता है,,,!
सारा कहती है,,, क्यों नहीं करूंगी शॉपिंग इतने दिनों के बाद मौक़ा मिला है मैं तो दिल भर के शॉपिंग करूंगी सबके लिए गिफ्ट भी खरीदने है मुझे,,, बोलिए कब चल रहें हैं,,, !
अभी तो मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं इतनी सारी खुशखबरी देने के बाद खाना खिलाना तो तुम भूल ही गई,, बातों से पेट भरने का इरादा है क्या,,? अब जल्दी करो खाना लगवाओ बाकी की सारी बातें बाद में होंगी,,,!
सारा ठीक है भूख तो मुझे भी बहुत तेज लग रही,, है!
सारा जल्दी से खाना लगाती है और खाना खाते खाते दोनों नूरी की शादी और सगाई की बहुत सी प्लानिंग करते हैं दोनों ही बहुत खुश हैं फिर इमरान कहता है ,,,सारा तुम्हें अपना भी बहुत ध्यान रखना होगा,,,! डॉक्टर से इस बारे में मिलकर उनकी राय ज़रूर लेलेना,,,!
सारा हां अम्मी भी यही कह रहीं थी,,,!इस हालत मे जल्दी जल्दी सफ़र करना ठीक नहीं है,,,!
इमरान तो सबसे पहला काम यही करो,,, डॉक्टर से अपाइंटमेंट लेलेते हैं वो जैसा कहेंगे वैसा ही करेगें,,, ठीक है,,,!
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए,,,
धारावाहिक हमें मिलना ही था 💕 👉👉👉👉👉👉👉👉 क्रमश:,,
मौलिक रचना सय्यदा ख़ातून--✍️
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