हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 28
अब तक आपने पढ़ा सब लोग बातें करते हुए शादी से लौट रहे हैं,,, तभी हबीब गाड़ी रोक देता है,,, मां हबीब से कहती है अरे गाड़ी क्यों रोक दी,,, !
अब आगे 👉
हबीब हस्ते हुए कहता है,,,, कहीं और जाना है मां आप लोगों को ,,,, बातों में पता नहीं चला अपना घर आ चुका है,,,, अब गाड़ी से बाहर आ जाए मां हंसते हुए अब्बू से कहती है अरे सच में बातों में पता ही नहीं चला और सब लोग उतर कर घर में चले जाते हैं,,,,।
उधर सारा अपने दिल में परेशान हो जाती है,,, या खुदा जल्दी से जल्दी सनी को भेज दो ,,, जिससे आपी की शादी हो जाए,, जावेद 2 साल तक बिल्कुल नहीं रुकेगा,,,, वह तो कह रहा था अगले महीने उसके मॉम डैड हमारे घर रिश्ते की बात करने आएंगे,, और इश्कबाजी मेरे बस की नहीं,,, मैं आपी की शादी तक किस तरहां उसको रोकूंगी,,,!
अब जो होगा देखा जाएगा ,,,,, बहुत थकान हो गई है और नींद भी जोर से आ रही है,,,, उधर नूरी भी बहुत सुस्त है,,,, और दोनों अपने बिस्तर पर सोने के लिए लेट जाती हैं,,, !
मगर नूरी की आंखों में नींद नहीं वह अपने दिल में सोचती है सनी अब तो सच में मुझे बहुत डर लगने लगा है अगर तुम नहीं आए तो,,, अगर तुम मुझे भूल गए तो,,,अगर मेरी शादी मां ने कहीं और कर दी तो,,,,, तो क्या होगा,,?
तुम ही बताओ मैं किस तरहां संभालूं सबको,,, फिर अपने आप से बातें करते हुए कहती है,, मैं भी कैसी उल्टी सीधी बातें सोचती हूं मुझे पॉजिटिव सोचना चाहिए सनी आएगा और जरूर आएगा वह मुझसे और मैं उससे बहुत प्यार करती हूं,,,
कुछ समय यूं ही बीत जाता है ***************************
तभी अब्बू के पास वसीम के पापा का फोन आता है थोड़ी देर इधर-उधर की बात करने के बाद वह कहते हैं भाई आपको हमने बहुत वक्त दिया क्या इरादा है आपका हम जानना चाहते हैं,,, हमारी बड़ी ख्वाइश है के नूरी जल्दी से जल्दी हमारे घर की बहू बन जाए,,,
नूरी के पापा कहते हैं ख्वाहिश तो हमारी भी बहुत थी और आप लोग हमें पसंद भी बहुत आए हैं,,, ऐसे लोगों से रिश्ता किस्मत वालों का ही जुड़ता है शायद हम इतने खुश किस्मत नहीं,,!
वसीम के पापा कहते हैं अरे क्या कह रहे हैं आप मेरी तो कुछ समझ नहीं आ रहा,,, नूरी कैप अब्बू कहते हैं अरे क्या बताएं दोस्त आजकल बच्चे किसी की सुनते कहां हैं मेरी बेटी की ख्वाहिश है कि वह आगे पढ़ना चाहती है,,,, !
वसीम के अब्बू कहते हैं यह तो बहुत अच्छी बात है वह जितना चाहे पड़ सकती है हमारी तरफ से कोई पाबंदी नहीं वह जहां कहेगी हम एडमिशन दिलाएंगे,,,,,,!
नूरी के अब्बू कहते हैं नहीं बात यह नहीं है असल में वह अपनी एजुकेशन पहले पूरा करना चाहती है उसके बाद शादी करने के लिए कहती है,, कह रही थी मैं एक तरफ दिमाग करके अपनी एजुकेशन कंप्लीट करना चाहती हूं,, और मैंने आज तक अपनी बेटियों की बात नहीं डाली बस यही वजह है इस रिश्ते से इनकार करने की उम्मीद है आप मेरी मजबूरी समझ गए होंगे,,,!
वसीम के अब्बू कहते हैं अरे आपने तो हमारा दिल ही तोड़ दिया खैर कोई बात नहीं रिश्ते तो खुदा के यहां से बनकर आते हैं,,, वैसे हमारी बड़ी इच्छा थी के नूरी हमारे घर की बहू बने,,,
फिर वह मां को आवाज देकर सब कुछ बताते हैं,,, सुनो नूरी की ज़िद की वजह से मुझे यह रिश्ता मना करना पड़ा,,,, बड़ा अफसोस हुआ मुझे मना करके,,,,, बहुत अच्छे लोग थे दिल टूट गया बेचारों का,,,,।
मां अब क्या किया जा सकता है जो चीज़ किस्मत में ना हो उसे जबरदस्ती तो नहीं लिया जा सकता तुम ठीक कहती हो नूरी की मां,,, क्या पता हमारी बेटी की किस्मत में इससे भी अच्छा रिश्ता लिखा हो,,,!
नूरी की मां,,, काश आपकी बात सच निकले,,!
नूरी अब बहुत उदास रहने लगी है उसका किसी भी चीज में दिल नहीं लगता सनी के फोन भी आने बंद हो गए हैं,,,,,,, उसके बारे में नूरी को अब कुछ भी पता नहीं,,,, किस से पूछे कहां जाए वह बहुत परेशान है,,, !
वे बार-बार यही सोच रही है क्या सनी ने उसको धोखा दिया है या परिस्थिति वश ऐसा हो रहा है कहीं वह सनी का इंतजार करके कोई गलती तो नहीं कर रही,,,!
उसके दिमाग में सारा की बात भी चलती रहती है,, मैं सोचती है अगर जावेद के घर के लोग सारा से शादी करने के लिए जल्दी मचाने लगे तो वह क्या करेगी,,, !
तभी सारा कहती है आपी किन ख्यालों में गुम हो,,, नूरी कहती है कुछ नहीं बस सोच रही हूं कॉलेज में एडमिशन तो ले लिया है b.ed करने का फैसला इसीलिए लेना पड़ा क्योंकि सनी कहता था अगर मेरे साथ रहना है और जॉब भी करनी है तो b.ed करना पड़ेगा,,,।
क्योंकि आर्मी स्कूल में ही जब तुम जॉब करोगी तभी हम साथ रह पाएंगे और शादी के बाद तुम कहीं और रहो यह मुझसे नहीं होगा,,, सारा तो यह बात थी जो आप b.ed ही करना चाहती थी,,,!
हां मेहनत दिल लगाकर कर रही हूं 6 महीने हो गए पता भी नहीं चला,,, पर कॉलेज में मेरा अब कोई दोस्त नहीं,,, ना ही मेरा दिल करता है किसी के साथ बात करने को,,,, बस चाहती हूं जल्दी से बीएड हो जाए,,, आपी वह तो हो ही जाएगा,,, पर सनी का तो पता लगाइए,,, आखिर वह गया तो गया कहां ,,,? फोन क्यों नहीं करता,,,? एक मैसेज तो कर ही सकता था,,!
नूरी मेरी परेशानी की वजह भी यही है,,, मेरी छोड़ो तुम अपनी बताओ जावेद कैसा है बातें होती हैं तुम लोगों की या नहीं,,, सारा कहती है बहुत बात करता है वह तो,,,, जब देखो उसके मैसेज पड़े रहते हैं ,,,,,,,,,रात में कॉल भी करता है,,, ,,,!
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए धारावाहिक,,,
हमें मिलना ही था 💕
👉👉👉👉👉👉👉👉👉 क्रमशः
मौलिक रचना सय्यदा खातून ✍️
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