हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 43
अब तक आपने पड़ा नूरी मां-बाप से विदा लेकर दिल्ली आ गई है,,,!
अब आगे 👉
दिल्ली आकर उसको पता चलता है उसको थ्री बैडरूम सेट मिल गया है वह भी उसकी दोस्त अलका के पास वाला,,, अलका भी बहुत खुश है के नूरी अब उसके बराबर वाले घर में रहेगी दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई है,,, धीरे-धीरे नूरी का दिल वहां लग गया है,,,!
नूरी का स्कूल कैंट एरिया में ही है,,,, जहां ज्यादातर बच्चे आर्मी वालों के ही पढ़ते हैं,,,!
एक दिन शाम को चाय पीते समय नूरी ने अलका को बताया था उसकी बड़ी इच्छा थी कि वह सनी को यूनिफॉर्म में देखें,,, और जगह-जगह उसके साथ घूमें उसे कैंट एरिया बहुत पसंद था,,, !
सनी तो मुझे नहीं मिला पर मैं यह माहौल अब इंजॉय ज़रूर कर सकती हूं,,,, केवी कैंपस के सामने ही आर्मी कैंट है,,, और केवी के टीचर्स को भी कैंटीन से सामान लेने की सुविधा प्राप्त है,,,,!
अलका कहती है कोई चीज अगर इंसान को बहुत ज्यादा पसंद होती है तो ऊपर वाला उसकी इच्छा को कभी ना कभी पूरी जरूर कर देता है,,, तुम्हें यह सब पसंद था इसीलिए तुम सनी से शादी करना चाहती थी,,,, सनी से शादी किए बिना भी तुम इन सब चीजों का हिस्सा बन गई हो,,,!
फिर अलका कहती है अरे छोड़ ना यार इन बातो को ,,,, अब काम की बात बता,,,,शमीम की फैमिली आई थी तुम्हारे घर उसके बारे में बता क्या क्या हुआ,,,,,,,?
नूरी कहती है सब लोग बहुत अच्छे हैं जल्दी शादी करना चाहते हैं,,, मेरे अब्बू ने एक हफ्ते का समय मांगा है जवाब देने के लिए,,, मुझे लगता है अब्बू को यह रिश्ता बहुत पसंद है शमीम भी उनको बहुत अच्छा लगा,,, फिर दोनों का जॉब एक है,,, कह रहे थे कि एक जगह ट्रांसफर हो जाएगा दोनों लोग चैन से रह सकेंगे,,,!
अलका शमीम भी आया होगा ना उससे क्या बात हुई,,, कुछ खास नहीं वह तो बस मुझे यही यक़ीन दिलाने पर तुला हुआ था कि जब से उसने मुझे कॉलेज में देखा था,,, पहले दिन से ही मुझे पसंद करने लगा था,,,!
कह रहा था तुमने कभी मेरी तरफ नज़र भर कर भी नहीं देखा,,, और मैं जब भी हम सब होते थे एक साथ तुम्हें ही देखता रहता था और खुदा से दुआ करता रहता था काश तुम भी मुझे इतना ही चाहतीं,,,, जितना मैं तुम्हें प्यार करता हूं,,! मगर अफसोस सनी के अलावा तुम्हें कोई दिखाई नहीं दिया,,,!
मैं हर रोज कॉलेज में तुम्हारे आने से पहले पहुंच जाता और गेट पर खड़े होकर दूर से ही तुम्हारा दीदार करता,,, और तुम आती तो सीधे सनी के पास पहुंच जाती थी,,, और मैं अपना दिल मसोस कर रह जाता था,,, !
जब भी मैं तुम्हें सनी के साथ कैंटीन में देखता मेरा दिल करता काश तुम कैंटीन में बैठकर मेरे हाथ से समोसे खातीं,,,,लेकिन देखो खुदा की करनी बहुत बड़ी होती है इतना चाहने के बाद भी सनी तुम्हें छोड़कर चला गया,,, लेकिन खुदा को मेरा प्यार सच्चा लगा,,, और अब तुम्हें मेरा होने से कोई नहीं रोक सकता,,,!
मुझे अपनी किस्मत पर बड़ा गर्व हो रहा है,,, जिसे प्यार करो और वह आपको मिल जाए इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती,,,,! अलका ठीक ही तो कह रहा था,,,!
नूरी अगर इंसान को आने वाले वक्त के बारे में पता चल जाए तो फिर वह उसी के अनुसार काम करेगा,,, मुझे क्या खबर थी जिसको मैं दिलो जान से चाहतीं हूं वह मुझे धोखा देगा,,,, और जिसकी तरफ़ मैंने कभी इस नजर से देखा ही नहीं वह मेरी जिंदगी हर समय खुशियों से भर देने के लिए तड़प रहा है,,,!
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए 👉👉👉👉👉👉👉👉
धारावाहिक हमें मिलना ही था 💕
मौलिक रचना सय्यदा ख़ातून--✍️
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