अब तक आपने पढ़ा नूरी और सनी कॉलेज के कैंटीन में बैठे हुए हैं और बातों में एक दूसरे के साथ गुम हैं,,,
अब आगे 👉
सनी नूरी से कहता है,,, ऐसा कब तक चलेगा,,, तुम मेरे साथ एक फिल्म तक देखने नहीं जाती,,, सब अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रोज़ ही कहीं ना कहीं घूमने जाते हैं,,,
नूरी अभी सुना नहीं तुमने मैंने अपनी अम्मी जान के बारे में क्या बताया है तुम्हें,,, उन्हें अगर भनक भी लग गई कि मैं तुम्हारे साथ हूं,,, कॉलेज से घर बिठा देंगी मुझे,,,,, शक्ल देखने को भी तरस जाओगे,,,।
एक मिनट भी घर पहुंचने में देर होती है तो वह दरवाज़े पर निकल आती हैं,,,, उनका बस चले तो वह हमारे साथ कॉलेज में ही बैठी रहे,,,,।
सनी बाप रे,,, लेकिन मेरा प्यार ऐसा है मैं तुम्हें मुझसे मिलने से रोक नहीं पायेंगे,,, जीने मिलना होता है वह मिलकर ही रहते हैं,,, नूरी मुस्कुराकर उसकी आंखों में देखते हुए कहती है,,,, और हमें मिलना ही था,,, सनी हां बिल्कुल,,,,।
इसी तरहां एक दूसरे के साथ बातें करते हुए दोनों लाॅन की तरफ़ बढ़ते हैं,,,,,,,, जहां उनके दोस्त पहले से ही उनका इंतज़ार कर रहे हैं,,,,।
सुनीता और सलमा पहले से वहां बैठी हुई हैं,,, राजीव और अरशद भी आने वाले हैं,,,, यह चारों के चारों बचपन से ही एक दूसरे के साथ पढ़े हैं,,,, अच्छी दोस्ती है आपस में,,, एक दूसरे की भावनाओं को को अच्छी तरह समझते हैं,,,,।
सबको नूरी और सनी की जोड़ी बहुत अच्छी लगती है,,, बचपन से दोनों को साथ देखते आए हैं,,,, अरशद और राजीव हंसते हुए वहां पहुंचते हैं,,, और उन को छेड़ते हुए कहते हैं,, तुम लोग तो कैंटीन में खा पका कर आ रहे हो,,, कभी हमें भी पूछ लिया करो यार,,, ।
सनी कहता है चलो दोबारा चलते हैं,,, बोलो क्या ख़्याल है,,, अरे बोलो ना आप क्या सोच रहे हो,,,,,,अरशद उसकी तरफ़ देखते हुए बोलता है,,
"तुमको देखा तो यह ख्याल आया तुमने जो खाया हमने क्यों नहीं खाया,,, ।"
एक दूसरे के हाथ पर ताली मारते हैं और सब के सब खिलखिला कर हंसने लगते हैं,,,!
तभी सलमा बोलती है तुम सबको कल मेरी पार्टी में आना है,, सनी हंसते हुए,,, इंगेजमेंट हो रही है क्या तुम्हारी,,, अरे नहीं यार,,, बर्थडे पार्टी कर रही हूं,,, सबको आना है,,।
सब एक साथ कहते हैं ना बाबा ना ,,, तेरे डैडी बड़े खडूस हैं,,, याद है पिछली बार जब तूने हमें केक खिलाया था,,, कैसी ख़तरनाक आंखों से घूम रहे थे,,, ।
हां हां बड़े खड़ूस है यार तेरे डैडी ,,,, सलमा तुम लोगों को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं अब इतने बुरे भी नहीं है वह,,,।
ना बाबा ना हमें तो माफ़ी देदे,,,,, हम उनकी नज़रों का सामना नहीं कर सकते,,,,,,,, ।
ठीक है इस बार पार्टी घर पर नहीं,, मैं होटल में दे रही हूं,, मुझे पता था तुम लोग घर पर नहीं आने वाले,,, अब तो खुश हो,,,, ठीक 6:00 बजे पहुंच जाना होटल मंदाकिनी में,,, ।
अरे वाह यह तो बहुत अच्छी ख़बर सुनाई तुमने,,,।
नूरी अरे सुनो यार तुम्हें कसम है मेरी हिटलर मां को ना बताना पार्टी कहां पर हो रही है,, ।
नहीं यार मैं ख़ुद आऊंगी इनवाइट करने और आंटी से बोलूंगी बर्थडे पार्टी पर नूरी को जरूर भेज दे,,,, इसके बिना भला पार्टी कैसे की जा सकती है,,,, सारे बर्थडे साथ ही मनाएं हैं ना,,, हम लोगों ने,,, ।
सब लोग वहीं लाॅन में बैठ जाते हैं और बर्थडे में क्या-क्या होने वाला है इसी पर भारी डिस्कशन चल रहा है,,,,। लड़कियां अपनी अपनी ड्रेस और मेकअप को लेकर चिंतित हैं ,,,,,, ।
तो लड़के आपस में ड्रेस कोड डिसाइड कर रहे हैं,,, पर सनी नूरी की तरफ ऐसे देख रहा है जैसे वह चाहता है कि नूरी तुम जो कहोगी मैं तो वही ड्रेस पहन कर आऊंगा,,, और नूरी उसकी आंखों में आंखें डालते हुए मुस्कुरा रही है,,,।
तभी सारा भी वहां पहुंच जाती है,,, और नूरी की तरफ़ देखते हुए बोलती है घर नहीं चलना है क्या,,, अम्मी जान का फ़ोन दो बार आ चुका है,,, पूछ रही थीं यह नूरी की बच्ची फोन क्यों नहीं उठा रही,,,,।
नूरी घबराकर फ़ोन देखती है दो मिस कॉल देखकर कॉल बैक करती है अम्मी जान सर क्लास ले रहे थे इसलिए मैंने आपका फ़ोन नहीं उठाया,,, बस हम अभी पहुंची रहे हैं,,, अम्मी जान ठीक है अब जल्दी पहुंचो मैं इतने खाना लगाती हूं,,,।
सब लोग जल्दी जल्दी अपनी अपनी स्कूटी उठाते हैं और घर की तरफ निकल पड़ते हैं,,,।
सारा स्कूटी स्टार्ट करती है और नूरी से कहती है जल्दी बैठें आपी,,, पेट में चूहे कूद रहे हैं,,,,।
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहे ,,,,,,।
धारावाहिक हमें मिलना ही था,,,
मौलिक रचना सय्यदा खा़तून ✍️
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