हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 49
अब तक आपने पढ़ा नूरी सलमा को बताती है वह आज भी सनी को नहीं भूल पाई,, आज भी जब शमीम के साथ शादी करने का सोचती है तो उसका चेहरा उसकी आंखों के सामने आ जाता है,,,
याद आती है मुझको उससे मुलाका़त आख़री
नम आंखों से मुझे जब उसने कहा था अलविदा!
अब आगे 👉
नूरी की बात सुनकर सलमा उसको समझाते हुए कहती है जिस इंसान ने तेरी जिंदगी ख़राब कर दी,,,,, शादी का वादा करके गायब हो गया और अपनी शादी किसी और से कर ली ,,,,,, मैं तो कहती हूं ऐसे इंसान को तुझे भुला देना चाहिए,,,,,!
जो इंसान तेरे प्यार में आंखें बिछाए बैठा है,,, तेरी एक हां के लिए,,, जिसने इतना इंतज़ार किया है असलियत में वही तेरा दोस्त है,,,! तुझे उसके प्यार को जल्दी से जल्दी कबूल कर लेना चाहिए,,,!
नूरी सनी ने मुझे धोखा दिया है इस बात का मुझे भी बहुत गुस्सा है,,,,,, पर क्या करूं मजबूर हूं,,,, मुझे यकीन ही नहीं आता कि सनी मुझे धोखा दे सकता है,,,, काश मैं उससे एक बार मिल पाती,,,! और पूछती उससे,,,,, क्यों किया उसने ऐसा क्यों खेल गया उसकी जिंदगी से ,,,,, क्यों झूठी दिलासा देकर गायब हो गया ,,,,,, अगर किसी और से ही शादी करनी थी तो मुझे झूठे ख्वाब क्यों दिखाएं,,,!
सलमा क्या करेगी मिलकर उससे ,,, उसकी शादी हो चुकी है अब तक तो उसके बच्चे भी होंगे,,, उससे मिल कर क्या करेगी तू,,,सच तो सच ही होता है ना,,, और यह भी तुझे पता है सच सदा कड़वा होता है,,,!
उससे मिलकर तेरा दर्द दुबारा से बढ़ जाएगा ,,, मैं तो कहती हूं जितनी जल्दी हो भूल जाओ उसको,,,, यह सच है इंसान अपने पहले प्यार को नहीं भुला सकता,,,, तूने तो उससे कभी बिछड़ने की सोची ही नहीं थी,,,, मगर क्या करें किस्मत को यही मंजूर था,,,!
जितनी जल्दी हो सके तुझे सच को मान लेना चाहिए,,,!
नूरी यही तो कर रही हूं मैं,,,,, मैंने मान लिया है और अपने दिल को समझा भी लिया है,,,,, मैं फैसला ले चुकी हूं शमीम से शादी करने का,,,!
सलमा मुझे बहुत खुशी है कि तू अपनी जिंदगी में आगे बढ़ रही है और मुझे यक़ीन है,,, शमीम का प्यार तेरे हर ज़ख्म को भर देगा,,, वह तुझे इतना खुश रखेगा,,,,, सनी की तुझे कभी याद भी नहीं आएगी,,,!
और वक्त के साथ-साथ तू शमीम के साथ खुश रहना सीख जाएगी,, बल्कि मैं तो यह कहती हूं,,, एक दिन ऐसा आएगा कि तू ख़ुदा का शुक्र अदा करेगी और कहेगी अच्छा हुआ जो मेरी शादी शमीम के साथ हो गई,,,, देखना शमीम के रूप में तुझे एक बहुत अच्छा हमसफर मिलने वाला है,,!
नूरी काश ऐसा ही हो,, मैं भी यही चाहती हूं और पिछला सब कुछ भुला कर नई जिंदगी की तरफ़ बढ़ने की कोशिश कर रही हूं,,,,!
फिर दोनों मिलकर हंसने लगती हैं,,,, यही बातें करती रहोगी या स्टेडियम भी जाना है,, सलमा तेरी बातों में ऐसी गुम हुई कि हम यह भी भूल गए के स्टेडियम में हमारी ड्यूटी लगी है,,,,, चल यार नहीं तो हमारी वाट लगा देगीं प्रिंसिपल मैम,,,!
दोनों स्टेडियम की तरफ़ चल पड़ती हैं,,, नूरी तेरी तैयारी कैसी चल रही है बहुत बढ़िया बच्चे मार्च पास्ट बहुत अच्छी कर रहे हैं,,, !
और तेरी,,,, बच्चों ने अच्छी तरहां से सॉन्ग तैयार किया है कई बार प्रैक्टिस करवा चुकी हूं बस अब दो दिन बचे हैं देखते हैं कैसा रहता है सारा प्रोग्राम,,!
दोनों जल्दी-जल्दी स्टेडियम की तरफ़ बढ़ती है और समय पर स्टेडियम पहुंच जाती हैं,,, आधे से ज्यादा स्टाफ वहां पर उपस्थित है हर कोई अपनी अपनी तैयारी में बिजी है,, !
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए धारावाहिक
हमें मिलना ही था 💕
👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉 क्रमशः
मौलिक रचना सय्यदा ख़ातून--✍️
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