हमें मिलना ही था💕 एपिसोड 4
अब तक आपने पढ़ा सारा और नूरी जल्दी-जल्दी कॉलेज से घर पहुंचते हैं,,,, आगे 👉
खाना लगाते हुए अम्मा जान कहती हैं,, आ गईं तुम दोनों नूरी हंसते हुए कहती है नहीं आना था क्या,,।
अम्मा जान बहुत ज़बान चलने लगी है आजकल तेरी जब देखो उल्टा जवाब देती है लड़कियों का इतना बोलना अच्छा नहीं,,,
नूरी हंसते हुए और क्या-क्या अच्छा नहीं लड़कियों के लिए,,,, बोलिए बोलिए,,,, अभी आपकी बात पूरी कहां हुई है,,,,,।
सारा अरे यह कैसी बेकार की बातें होने लगी हमारे आते ही,,,,, मेरे तो पेट में चूहें कूद रहे हैं अम्मा जान ,,,जल्दी से खाना दे दीजिए,,,,,।
अरे मैंने तो कब का लगा दिया है तुम ही लोगों ने आज देर कर दी,,,, अब जल्दी फ्रेश होकर आ जाओ,,, और खालो खाना,,,,।
दोनों जल्दी-जल्दी मुंह हाथ धोकर खाना खाने आती हैं नूरी वाह मेरी प्यारी अम्मा जान आज तो आपने हमारी पसंद का खाना बनाया है राजमा चावल,,, सलाद और भिंडी की सब्जी,,, ।
हबीब अरे अम्मा जान आपने यह क्या किया आप तो कह रही थी उरद चावल बनाऊंगी जब देखो इन बंदरियों की पसंद का ही सब कुछ बनाती रहतीं हैं,,, बेटे की पसंद का तो कुछ ख्याल ही नहीं,,,।
अरे पूरे हफ्ते तो तेरी और तेरे अब्बा की पसंद का ही बनाती हूं बस एक ही दिन है जो इन लड़कियों की पसंद का ध्यान रखा जाता है,,,।
ख़ैर छोड़िए आज तो खाए लेता हूं,,, आप क्यों करती हैं इतनी मेहनत,,।
इन दोनों से भी करवाया कीजिए,,, अम्मा जान अरे तू चुप होकर खाना खा,,,,, खाते में ज़्यादा बातें करना ठीक नहीं,,।
खाना खाकर सब लोग अपने अपने रूम में आराम करने के लिए चले जाते हैं,,,, नूरी अपने कमरे में फ़ोन लेकर आराम से बैठ जाती है,,, और सोचने लगती है,,, क्या समीर से सचमुच मेरी शादी हो जाएगी,,,, या अल्लाह वह दिन जल्दी से आए,,, जब मैं उसके घर दुल्हन बन कर जाऊं,,,,,, ।
फिर उसे अपने अम्मी अब्बू का ध्यान आ जाता है क्या यह लोग इस रिश्ते के लिए मानेंगे,,,,, और सनी के घर के लोग,, सनी तो कह रहा था मेरे घर के लोग तो मेरी शादी वहीं करेंगे जहां मैं कहूंगा,,,,।
बस उनके तो एक ही तमन्ना है कि मैं जल्दी से जल्दी आर्मी ज्वाइन कर लूं,,, फिर वह मेरी पसंद की शादी जरूर करा देंगे यह वादा है उनका,,,, ।
हाय कब आएगा वह दिन काश जल्दी ही सनी का सिलेक्शन हो जाए,,, नूरी जागती आंखों से सनी को यूनिफॉर्म में देख रही है,,, जय हिंद मेम साहब,, सनी के मुंह से सुनकर खिलखिला कर हंसने लगती है,,, क्या है यार,,, अब सनी का सपना मुझे दिन में भी आने लगा,,,।
सारा भी नूरी के कमरे में आकर बैठ जाती है दोनों बहने आपस में बातें करती हैं,,, बहुत अच्छी दोस्ती है दोनों में अपनी अपनी बातें एक दूसरे के साथ शेयर करती रहती हैं नूरी बताती है कल सलमा की बर्थडे पार्टी है,,,।
सारा तो आप क्या पहनने वाली हैं,,, वे अपने सभी ड्रेस निकाल कर सामने डाल देती है कुछ समझ नहीं आ रहा यार क्या पहन कर जाऊं,,,,।
वह स्काल्ट की तरफ इशारा करते हुए कहती है कैसी रहेगी,,, इसके साथ मैचिंग टॉप बहुत प्यारा है सारा कहती है अम्मी जान को देखा है आपने,,,,,,,,, वह कभी भी यह पहन कर आपको जाने नहीं देंगी,,,।
अरे अम्मी का बस चले तो वह मुझे बहन जी बना कर रख दें,,, वह तो हमारे पापा हैं जो हमारा साथ देते हैं,,,, ख़ैर जाने दो मैं तो कहती हूं आप सूट में बहुत खूबसूरत लगती हैं,,, ।
पिंक कलर का सूट जो अभी-अभी आप ने बनवाया है वही पहन कर जाएं मेरे पास उसकी मैचिंग सैंडल भी है बहुत प्यारी लगेगी आप यकीन मानिए,,, ।
ठीक है तुम कहती हो तो वही पहन लूंगी अम्मा जान को भी कोई एतराज नहीं होगा,,,, पर हां तैयार तो मैं पार्लर से ही हो कर जाऊंगी,, यहां तो अम्मा जान एक लिपस्टिक तक लगाने नहीं देती,,, ठीक है आप थोड़ा पहले चली जाइएगा,,,।
पर अब तो सो जाएं,,, तभी अम्मी जान की आवाज आती है कब तक बातें मिलाओगी,, लाइट बंद करो और सो जाओ फिर सुबह को देर तक सोती रहती हो,,, ।
अरे कल तो छुट्टी है अम्मी जान हां ठीक है पर छुट्टी का मतलब यह नहीं कि तुम 8:00 बजे उतर पर आओ अपने अपने कमरों में से,,,।
नूरी लाइट बंद कर दे,,,, ओफ्फ येअम्मी भी ना,,,।
लाइट बंद करके नूरी और सारा दोनों धीरे-धीरे बातें करने लगती हैं,,,, ।
सारा नूरी से कहती है,,,, और आपी,,, आपके दोस्त सनी के क्या हाल हैं,,, कब भेज रहा है रिश्ता वह यहां पर,,,
पता है कल मैंने अम्मी जान को अब्बू से बात करते हुए सुना था,,, कह रहीं थीं,,,, नूरी के लिए किसी अच्छे रिश्ते की तलाश करो,,, हमें दो, दो लड़कियों की शादी करनी है,,,।
आज कल अच्छे लड़के नज़र में रखने पड़ते हैं,,,अब्बू जान ने क्या कहा,,, अब्बू जान कह रहे थे तुम फिकर मत करो,,, हमारी बेटियों के लिए लड़कों की कोई कमी नहीं,,,
नूरी,,, ख़ुदा खैर करे,,, तुम्हें तो पता है ना सारा, मैं सनी के अलावा किसी और से शादी नहीं कर सकती,,, तभी तो कह रही हूं आपी,,,।
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहे,,,, धारावाहिक हमें मिलना ही था,,,।
मौलिक रचना सय्यदा खा़तून ✍️
साथियों अपना प्यार और साथ इसी तरह बनाए रखें धारावाहिक कैसा लग रहा है समीक्षाओं द्वारा अवश्य बताएं,, और क्या देखना चाहते हैं इस धारावाहिक में आपके सुझाव आमंत्रित हैं,,,।
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