हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 29
अब तक आपने पढ़ा जावेद के पापा का फ़ोन आता है जिसे सुनकर मम्मी डैडी दोनों परेशान हो जाते हैं अब क्या किया जाए अभी तो नूरी की ही शादी नहीं हुई जावेद के घरवालों को क्या कहूं ,,,,!
नूरी की मां नूरी के अब्बू से बात करते हुए कहती है मैं इसी वजह से परेशान थी दोनों लड़कियां बराबर की हो गई है,, लोरी की शादी हो जानी चाहिए थी अब सारा के रिश्ते भी आने लगे हैं,,
और मैं इस मुश्किल से ही बचना चाहती थी,,,,, तभी बार-बार आपसे कह रही थी,,,, रिश्तो का भी एक वक्त होता है यह लड़का भी बहुत अच्छा है घर के लोग भी बहुत अच्छे हैं,,,,,!
जिस तरह से वह लोग हम से बातचीत कर रहे थे सलमा की शादी में मैंने तभी महसूस किया था यह लोग सारा को पसंद कर रहे हैं,,, और बहुत जल्दी हमारे घर आने की ख्वाहिश भी उन्होंने जाहिर की थी,,, !
नूरी के अब्बू,,,मगर ऐसा कैसे हो सकता है की बड़ी बहन बैठी रहे और छोटी का रिश्ता कर दूं,,, अभी तो मैंने उनसे कह दिया है घर में बात करके आपको कल जवाब देता हूं,,, अब तुम ही बताओ क्या करूं,,,, मेरी तो कुछ समझ में नहीं आता,,, मां भी बहुत परेशान है,,,,,।
बहुत सोच समझकर वह कहती है ,,, आ रही हैं,,, तो आने दो,,, संडे में बुला लें उन लोगों को,,, आगे खुदा पर छोड़ दो वह अच्छा ही करेगा,, हम टाइम मांग लेंगे उनसे,,, ठीक है जैसा तुम कहती हो मैं उनसे कहे देता हूं संडे में आ जाएं वो लोग,,,!
जब सारा को यह बात पता चलती है तो वह बहुत खुश हो जाती है पर आप ही का ख्याल आते हैं मैं थोड़ी उदास हो जाती है,,,,।
नूरी को पता चलता है अम्मी अब्बू उसकी वजह से परेशान है तो वह अब्बू से कहती है अब्बू आप बिल्कुल परेशान ना हो आने दे उन लोगों को अगर सारा का रिश्ता हो जाता है तो इसमें भी कोई बुराई नहीं,,,, मुझे खुशी होगी आप मेरी वजह से अच्छे रिश्ते को ना मना करें,,,,,,,, क्योंकि मैं जानती हूं मैंने आगे पढ़ने की वजह से अपनी शादी को टाला है,,,, उन लोगों को आने दे जो होगा देखा जाएगा,,,,,!
उसके बाद नूरी अपने दोस्तों से बात करती है अरे कैसे दोस्त हो तुम लोग सनी का पता लगाओ उसका फ़ोन भी नहीं आता अब कहां है कब आएगा कुछ तो पता करके बताओ,,,, जिस किसी को उसके बारे में कुछ भी पता चले वह मुझे जरूर बता दे प्लीज,,, और हां अगर किसी की भी उससे कोई बात होती है तो मेरा मैसेज जरुर दे दे उसको,,!
दोस्त कहते हैं तू परेशान ना हो नूरी जो भी कुछ होगा हम तुझे जरूर बता देंगे पता लगाते हैं फोन करके इधर-उधर दोस्तों से अगर कोई पुणे में होगा तो वहां जाकर पता लगा सकता है,,,!
घर पर उन लोगों के आने की तैयारियां चल रही है,,, सारा बहुत खुश है जिसे देखकर मेरी अपने दिल में सोचती है मुझे इसकी खुशियों के बीच नहीं आना चाहिए,, आखिर यह भी तो जावेद को चाहती है,,, इसको इसका प्यार मिलना ही चाहिए,,,!
वह सारा से बात करती है,,, जावेद भी आ रहा है क्या उन लोगों के साथ सारा जवाब देती है हां भी आ रहा है,,, पर आरती मुझे आपके लिए बुरा लग रहा है नूरी कहती है कोई बात नहीं,, मैं सनी का पता लगवा रही हूं,,, तू फिकर ना कर,,,, कोई कुछ भी कहे पर मुझे यकीन है वह आएगा जरूर,,, सारा काश आपकी बात सच हो जाए,,,!
तमाम तैयारियां पूरी हो गई है जावेद अपनी फैमिली के साथ आने वाला है सब लोग इंतजार कर रहे हैं,,, आज घर बहुत अच्छे ढंग से सजाया गया है ताजे फूलों का गुलदस्ता टेबल पर रखते हुए नूरी सोचती है जल्दी अपनी खबर भेजो सनी,,, भूल गए क्या फिर सनी का कहा हुआ शेर दिल में दोहराती है,,,
मैं भूल जाऊं तुमको मुमकिन ही नहीं है
तुम मिल जाओ तो मैं भूल जाऊं खुद को,,
तभी दरवाजे पर गाड़ी के रुकने की आवाज आती है,,,,, सब लोग दौड़ कर उनके इस्तकबाल के लिए गेट की तरफ बढ़ते हैं,,,
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए धारावाहिक,,,
हमें मिलना ही था 💕
👉👉👉👉👉👉👉👉👉 क्रमशः
मौलिक रचना सय्यदा खातून ✍️
-----------🌷🌷🌷------------