हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 35
शादी की खबर भी उसने हमें नहीं दी,,,, नूरी बहुत रोती हैवह बार बार शमीम से कहती है,,,,, मेरी जिंदगी तबाह कर दी सनी ने मैं उसके इंतजार में बैठी रही,,,,,!
शमीम तुम बहुत बेवकूफ हो नूरी ,,,,,जिस इंसान की कोई ख़ैर खबर नहीं उस इंसान के इंतजार में बैठे रहना बेवकूफी ही तो है,,, काश यह सब मुझे पहले पता चल जाता,,,,, तो कम से कम मेरी जिंदगी तो खराब होने से बच जाती ,,,,!
शमीम भूल जाओ उसको निकाल फेंको उसे अपनी ज़िंदगी से,,, नूरी कैसे भूला दूं और कैसे निकाल फेंकूं,,,साथ जीने मरने की क़समे खाईंथीं हम दोनों ने,,,वो कहा करता था,,,
हमें तुम से प्यार कितना ये हम नहीं जानते
मगर जी नहीं सकते तुम्हारे बिना,,, हमें तुम से,,,
अरे वो जी रहा है तुम्हारे बिना और ख़ुश भी बहुत है अपनी ज़िंदगी में,, अगर वो तुम्हारे साथ शादी करना चाहता तो कौन रोक सकता था उसे,, समझने की कोशिश करो नूरी धोका दिया है उसने तुम्हें धोका,,,!
संभालो खुद को नूरी,,,
कैसे संभालूं मैंने तो उससे प्यार किया था,,सच्चा प्यार मैं उसके बिना नहीं रह सकती,, मैं खुद को ख़त्म कर लूं डी,,,मैं अब जीना नहीं चाहती,, कुछ नहीं बचा है अब मेरी ज़िन्दगी में,, मेरी हिम्मत अब जवाब दे चुकी है,,,!
शमीम इतनी कमज़ोर न बनो,, और यह पागलों जैसी बातें न करो,, तुम्हारे सामने पूरी जिंदगी पड़ी है,,, अपने लिए न सही अपने मां बाप के बारे में सोचो कितना प्यार करते हैं हैं वह तुम्हें,,,!
हमेशा उन्होंने तुम्हारी बात मानी है,,अब तुम उनके लिए जियो,,,!
अम्मी अब्बू मेरे लिए कितना परेशान हैं,,,,,,,,,,, उनका दुख मुझसे देखा नहीं जाता,,!
शमीम कहता है मैं बहुत शर्मिन्दा हूं,,, मुझे नहीं बताना चाहिए था,,,! मेरी वजह से तुम्हें बहुत तकलीफ़ हुई है,,,, मैं तुमसे माफी मांगता हूं नूरी ,,,,!
अरे यह क्या कह रहे हो,,, मैं तो तुम्हारी शुक्रगुजार हूं,,,,, तुमने यह सब बता कर मेरी आंखें खोल दी,,,,,!
शमीम कहता है मैं तो तुम्हें बहुत पहले बताने वाला था पर मैं नहीं चाहता था कि तुम्हें तकलीफ हो,, काश तुम पहले बता देते,,!
अब क्या इरादा है,,,,, नूरी इंटर कॉलेज की वैकेंसी निकली थी,,, वहीं अप्लाई किया था एग्जाम क्लियर हो गया है,,,,, अगले महीने इंटरव्यू है मेरा,,,, खुदा से दुआ करो कि मेरा जॉब लग जाए,, !
बस अभी तो इतना ही सोचा है,, शमीम मुझे पूरी उम्मीद है तुम्हारा सिलेक्शन जरूर हो जाएगा,, वैसे कभी-कभी दोस्तों की बात भी मान लेनी चाहिए मैं तो कहता हूं तुम्हे भी अपना घर बसा लेना चाहिए,, !
आधी से ज्यादा जिंदगी तुमने किसी के इंतजार में बिता दी,,,,, अभी भी वक्त है शादी के लिए हां कर दो,,,,! और एक नई ज़िंदगी की शुरुआत करो,,,, और दिखा दो सनी को,,, तुम भी उसके बिना ख़ुश रह सकती हो,,,!
लेकिन मुझसे यह सब नहीं होगा,,,!
वक्त सबसे बड़ा मरहम होता है,,, थोड़ा समय लगेगा मगर सब ठीक हो जाएगा,,,!
नूरी,,,, मुझे अपने जौब का बेसब्री से इंतज़ार है,,,न ए लोग होंगे श्री जगह होगी,,,शायद जीना कुछ आसान हो जाए,,, शमीम है यहां से निकलना तुम्हारे लिए ठीक रहेगा,,,,,!
नूरी शमीम से देर तक बातें करती है,,,मगर उसका दिल बड़ा बेचैन है,,,वह यह मानने को तैयार नहीं के सनी ने उसको धोखा दिया है,, और शादी भी करली,,, है,,,!
वह शमीम से कहती हैं,,,अब मुझे चलना चाहिए,, मां इंतजार कर रही होगी,,, शमीम कहता है ठीक है,,,मैं भी चलता हूं तुम्हारे साथ,,!
नूरी नहीं मैं ठीक हूं चली जाउंगी,,, शमीम सोच लो,, नूरी हां हां मैं ठीक हूं,,, फिर शमीम से पूछती है,,,तुम कब तक हो यहां,,?
बस कल चला जाऊंगा,,,!
फोन करते रहना,, !
शमीम वो तो अब करना ही पड़ेगा,,, तुम्हारी ख़ैरयत लेने के लिए,,,!
ठीक है,,,!
अपना ख्याल रखना,,,,बाय,,,!
शमीम कहता है ऐसे नहीं थोड़ा मुस्कुरा कर बोलो यार,,, फिर र वह हंसने लगती है,,, और दोनों अपने अपने रास्ते पर चल पड़ते हैं,,!
कहानी एक नया मोड़ ले रही है,,, नूरी की जिंदगी बिल्कुल बदलने वाली है,,,,जानने के लिए पढ़ते रहिए धारावाहिक हमें मिलना ही था,,, 💕
👉👉👉👉👉👉⭐⭐ क्रमशः
मौलिक रचना सय्यदा खातून ✍️
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