हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 54
अब तक आपने पढ़ा नूरी और सलमा शादी की शॉपिंग करके लौट रहे हैं रात का समय हो गया है थोड़ा थोड़ा अंधेरा चारों तरफ बढ़ गया है ,,, !
अब आगे 👉
कैंट का एरिया होने की वजह से जगह-जगह आई कार्ड दिखाना पड़ता है दोनों दोस्त मस्ती के मूड में है,,, तभी सामने से आती हुई एक गाड़ी टकराते टकराते बचती है,,!
सलमा गाड़ी चला रही थी जल्दी से ब्रेक लगाती है एक्सीडेंट होते-होते बच गया,, दोनों दोस्त घबराई हुई हैं सुनसान रास्ता है चारों तरफ़ घने पेड़ हैं कुछ ठीक से नज़र नहीं आ रहा,,,,,!
तभी नूरी को गुस्सा आता है वह गाड़ी का दरवाज़ा खोल बाहर निकलने वाली होती है,,,, सलमा उसका हाथ पकड़ कर रोक लेती है,,,, क्या कर रही है यार,,,? किसी आर्मी पर्सन की गाड़ी है लोगो लगा है इस पर आर्मी का समझा कर सब कुछ ठीक हो गया ,,, अब क्यों निकल रही है बाहर,,,?
नूरी तू चुप कर मैं अभी इसे सबक सिखाती हूं ,,, ऐसे कैसे कोई गाड़ी चला सकता है भला,,, मरते-मरते बचे हैं हम लोग,,, मैं नहीं छोडूंगी इसे,,,!अब जो होगा देखा जाएगा,,,,!
तू बस देखती जा मैं कैसे ख़बर लेती हूं इसकी,,!
आमने-सामने की टक्कर होते-होते बच गई बड़ा एक्सीडेंट हो जाता सामने वाले की लापरवाही से,,,,,! पता है तुझे शादी के सारे सपने पल भर में धाराशाई हो जाते अगर एक्सीडेंट हो जाता तो,,,!
लेकिन बच गए ना ऊपर वाले की कृपा से,,, अब बात क्यों बढ़ा रही है फालतू में घर पहुंचना है जल्दी वैसे भी रात हो रही है,,,!
मैंने कहा चुप कर तू,,, मुझे करने दे जो मैं करना चाहती हूं,,,!
वह गाड़ी से निकलकर बाहर आती है और शीशे के पास जाकर कहती है बाहर निकलिए मिस्टर,, आपकी लापरवाही से एक बड़ा एक्सीडेंट होने वाला था इस तरहां गाड़ी चलाने का क्या मतलब है,, !
आखिर क्या इरादा था आपका? घर से परेशान है,,? क्या ख़ुद कशी का इरादा है,,, अकेले ही मरिए मिस्टर,,, हमारा कोई ख़्याल नहीं अभी मर जाने का,,!
तभी अंदर से आवाज़ आती है अच्छा भाषण दे लेती हैं आप,,, कोई लीडर है क्या,,,? नूरी बाहर निकलिए मिस्टर बाहर निकलने की हिम्मत नहीं है क्या,,,?
गाड़ी में बैठा हुआ इंसान दिल में सोचता है अरे बड़ी जानी पहचानी आवाज़ लगती है,,,, यह कौन है आख़िर? किसकी आवाज है ?वह नूरी की आवाज़ सुनकर बौखला जाता है ,,,, और उसकी कुछ समझ में नहीं आ रहा है क्या करें,,,! तभी गाड़ी का दरवाजा खुलता है ,,,,यूनिफॉर्म में एक इंसान बाहर आता है,,, !
जिसे देखकर नूरी की आंखें फटी की फटी रह जाती हैं,,, अब बौखलाने की बारी उसकी है,,,,, उसे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा है,,,उसके मुंह से एक शब्द नहीं निकलता और वहीं बेहोश हो जाती है,,, वह आदमी दौड़कर नूरी को अपनी बाहों में ले लेता है,,,!
एक्सीडेंट की वजह भी यही लड़की है सामने से आती हुई गाड़ी में जब उसकी नज़र नूरी पर पड़ी तो वह समझा था इस लड़की का चेहरा नूरी से कितना मिलता है,,,!
फिर वह उसकी आवाज़ सुनकर ही बौखला गया था,,,, अब गोद में लिए हुए उसके चेहरे पर नज़र डालता है तो और भी ज़्यादा हैरत होती है,,, जिस लड़की को वह गोद में लिए हुए है,,,, वह लड़की नूरी है,,,,!
या ख़ुदा मैं कहीं कोई ख़्वाब तो नहीं देख रहा हूं,,जिस लड़की से मिलने की मैं उम्मीद खो चुका था वह लड़की आज इस तरहां मेंरी बांहों में है,,,
उसे भी अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा है,,वह बार बार उसको घूर कर देख रहा है,,
और उसे देख पसीना पसीना हो जाता है,,, उसने कभी ख़्वाबों ख़्याल में भी यह नहीं सोचा था,,, नूरी उसको यहां इस तरहां मिल जाएगी,,,, वह आवाज़ लगाता है,,,, नूरी नूरी होश में आओ,,,,!
साथियों आगे कहानी एक नया मोड़ लेने वाली है कृपया देखते रहे,,,!
आप आगे कहानी में क्या देखना चाहते हैं आपके सुझाव आमंत्रित हैं,,,!
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए
धारावाहिक 👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉 हमें मिलना ही था 💕 क्रमशः
मौलिक रचना सय्यदा ख़ातून--✍️
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