हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 30
अब तक आपने पढ़ा दरवाजे पर गाड़ी के रुकने की आवाज़ आती है,,,,, सब लोग दौड़ कर उनके इस्तकबाल के लिए गेट की तरफ़ बढ़ते हैं,,,!
अब आगे 👉
गाड़ी से उतर कर सब लोग आपस में मिलते हैं,,,, और घर के अंदर आते हैं,,,!
औपचारिकता के बाद जावेद के मम्मी पापा कहते हैं,,,, हमें आपकी बेटी बहुत पसंद है,,, सलमा की शादी में काफी व़क्त आप लोगों के साथ गुज़ारा हमने ,,,,, और फैसला तो उसी व़क्त कर लिया था,,,, कि हमें आपकी बेटी सारा को अपने घर की बहू बनाना है,,,!
अब सोचना तो आप लोगों को है,,, शादी में इमरान भी सारा से मिल चुका है,,,, अब आप लोगों फैसला लेना है,,,!
नूरी के अब्बू कहते हैं अरे मिल तो हम भी चुके हैं आप लोगों से,,, लड़की वालों को एक अच्छा लड़का,,, उसकी अच्छी नौकरी,,, और शरीफ़ खा़नदानी लोगों की जरूरत होती है,,,,,,आप लोगों में सारे गुण मौजूद हैं,,,!
मगर सोचने वाली बात यह है कि अभी हमारी बड़ी बेटी की शादी नहीं हुई,,, हम लोग उसकी शादी पहले करना चाहते हैं,,, लेकिन वह अभी शादी नहीं करना चाहती,,,, अपनी पढ़ाई कंप्लीट करना चाहती है,,,!
तो उसको अपनी पढ़ाई पूरी कर लेने दीजिए,,, आपकी तो दोनों बेटियां ही बहुत खूबसूरत है,,,,! आजकल इतना कोई नहीं सोचता ,,, आप नूरी की मंगनी कर दीजिए शादी जब पढ़ाई कंप्लीट होगी तब हो जाएगी,,, और आपकी परेशानी भी दूर होगी,,,!
तभी सारा और नूरी वहां आती हैं और सब लोगों के साथ बैठकर हंसी मजाक होती है,,, इस बीच इमरान सारा से बहुत सी बातें करता है और नूरी से कहता है,, बस अब आप भी जल्दी शादी के लिए हां बोल दीजिए पढ़ने के लिए तो सारी उम्र पड़ी है,,,!
आप शादी के बाद भी जितना चाहे पड़ सकती हैं,,, मैंने सारा से यही कहा है तुम जितना चाहो शादी के बाद पढ़ लेना पर अभी रिश्ते के लिए मना मत करना,,, !
क्योंकि यह इश्क का चक्कर मेरे बस का नहीं,,, नूरी जावेद से कहती है बहुत दम है तुम्हारी इस बात में,,, मगर उसका दर्द उसके चेहरे पर साफ दिखाई देता है,,, और वह नूरी से कहता है मुझे सारा ने सब बता दिया है,,, आप फिक्र ना करें,,, सनी आएगा ज़रुर,,,! मैं आपकी परेशानी समझता हूं,,,! पूरा दिन बिताने के बाद सब लोग चले जाते हैं,,,!
अब्बू के चेहरे पर फिकर साफ़ दिखाई दे रही है,, वह मां से कहते हैं बहुत अच्छा रिश्ता है लड़का मल्टीनैशनल कंपनी में काम करता है,,, घर के लोग भी बहुत समझदार और अच्छे हैं,,,,, मेरा दिल नहीं करता कि मैं इस रिश्ते को मना करूं,,,,,!
नूरी की मां कहती है,, आप क्यों लड़कियों की बात मान रहे हैं जो इनके लिए अच्छा होगा हम वही करेंगे,, बाद में पछताने से अच्छा है कि आप नूरी का रिश्ता भी कर दे,,!
छोटी बहन की शादी हो जाने पर लोग सोचने लगते हैं बड़ी में जरूर कोई ना कोई खोट होगा,,,, और बेवजह ही लोगों की उल्टी सीधी बातें सुननी पड़ती हैं हम किस-किस को समझाते फिरेंगे,,! और यह रिश्ता तो कम से कम सारा के लिए कबूल कर ले,, शादी बाद में कर देंगे,,!
तुम ठीक कहती हो अभी हफ्ते भर का टाइम है हम लोगों के पास मैं इस बारे में सोचता हूं और तुम भी नूरी से बात करो,,!
सब लोगों के चले जाने के बाद नूरी और सारा भी अपने-अपने बेड पर सोने के लिए लेट जाती हैं,, सारा की खुशी का ठिकाना नहीं है वह यह सोच कर बहुत खुश है उसको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी,, और बात शादी तक पहुंच गई,,,!
उधर नूरी बहुत परेशान है उसकी आंखों से नींद गायब हो गई है,,! अम्मी और अब्बू की बातें उसके कान में गूंज रही है,,, उधर सनी की कोई खबर नहीं है,,!
नूरी कहती है,, इतनी बड़ी बड़ी बाते करने वाला सनी,, आख़िर कहां खो गया है,,,!अब ऐसा भी नहीं केवल एक मैसेज तक ना कर सके,,,
क्या दोस्त सही कहते हैं,,, वह मुझे भूल गया है,,,शायद उसे वहीं कोई लड़की पसंद आ गई है,,,
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए धारावाहिक,,,
हमें मिलना ही था 💕
👉👉👉👉👉👉👉👉👉 क्रमशः
मौलिक रचना सय्यदा खातून ✍️
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