हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 58
अब तक आपने पढ़ा शमीम नूरी को मंगनी की अंगूठी दिखाता है लेकिन नूरी शमीम से कहती है तुम कल यहां आ जाओ मुझे तुमसे जरूरी बात करनी है अब आगे 👉
शमीम नूरी की बात सुनकर घबरा जाता है ,,,और नूरी से कहता है,,, अरे कुछ तो बताओ,,,, किस बारे में बात करनी है,,, नूरी कहती है,,, अरे अपनी शादी के बारे में,,, सारी बातें फोन पर नहीं हो सकती मुझे मिलकर ही बात करनी है क्यों आ नहीं सकते क्या,,,?
शमीम अरे नहीं नहीं क्यों नहीं आ सकता,,,, अरे नहीं यार तुम बुलाओ और हम ना आएं ऐसे तो हालात नहीं,,,,,,,,मैं कल पहुंच जाऊंगा,,!
ठीक है कल मिलते हैं कहकर नूरी फोन रख देती है,,!
नूरी के फ़ोन रखने के बाद शमीम परेशान हो जाता है,,,, यह क्या हुआ नूरी को कभी-कभी यह ऐसी बातें करती है जो मेरे को बिल्कुल भी समझ में नहीं आतीं,,, !
कल तो मिल ही रहा हूं ,,,,देखते हैं क्या कहना चाहती है ,,,,बस ख़ुदा करे सब ठीक हो,,,, एक बार शादी हो जाए मेरी सारी फिक्र दूर हो जाएगी,, !
नूरी के लिए जो उसने अंगूठी ली है,,, वह उसको देख रहा है ,,,,और अपने दिल में सोच रहा है जब यह अंगूठी नूरी के हाथ में पहनाऊंगा तो इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाएगी,,,!
फिर वह कल की तैयारी करता है और सोने की कोशिश करता है उधर नूरी की आंखों में नींद नहीं,,,, वह अपने दिल में सोच रही है अगर मैं शमीम को फोन पर ही सब कुछ बता दूं,,,, तो वह कल नहीं आएगा ,,, अभी शमीम का यहां आना बहुत जरूरी है,,,,!
सनी कितना सच बोल रहा है कितना झूठ,,,, यह सब भी जब एक साथ मिलकर बैठेंगे तभी क्लियर हो पाएगा,,,!
कल उसका स्कूल जाने का मन नहीं लेकिन स्पोर्ट्स की वजह से किसी को छुट्टी नहीं मिल सकती इसलिए स्कूल तो जाना ही होगा,,,,, इसलिए नूरी सोने की तैयारी करती है,,!
शमीम सुबह जल्दी जल्दी तैयार होकर समय से स्कूल पहुंच जाता है आज उसने आधे दिन की छुट्टी लेने का फैसला लिया है जिससे वह नूरी के पास समय पर पहुंच सके,,,!
सनी की आंखों में नींद नहीं वह रात भर सोचता रहा या ख़ुदा शुक्र है तेरा तूने मेरी मोहब्बत को मुझ से मिलवा दिया,,,,,,,, फिर उसे शमीम पर बहुत गुस्सा आता है जो कुछ भी किया है सब शमीम का करा धरा है,,,, इसी के झूठ की वजह से मेरी नूरी मुझसे दूर हो गई थी,,,,!
कल मैं उसको नहीं छोडूंगा पूछ कर रहूंगा क्यों किया उसने ऐसा,,,, कॉलेज में तो हम दोनों का अच्छा दोस्त बनता था लेकिन काम दुश्मनों से भी बुरा करके दिखाया,,,!
अगर इसने यह सब ना किया होता तो अब तक हमारी शादी हो गई होती,, मेरी वजह से नूरी ने जो दुख झेले हैं वह उसको ना झेलने पड़ते ,,,, वह अपने आप को गुनाहगार ना होते हुए भी नूरी का गुनहगार समझ रहा है,, !
और सोच रहा है जब तक मैं शमीम से बात नहीं कर लेता मुझे चैन नहीं आएगा सच नूरी के सामने आना चाहिए,,,!
चलो अच्छा है कल वह आ रहा है सारी बातें क्लियर हो जाएंगी यही सब सोचते सोचते उसको नींद आ जाती है,,,!
आज नूरी का स्कूल में दिल नहीं लग रहा है वह सलमा से कहती है सच बताऊं तो आज मेरा स्कूल आने का बिल्कुल भी दिल नहीं था पता नहीं क्या होने वाला है,,,,!
शाम को शमीम आएगा और सनी भी,,,,, सारी बातें आज बिल्कुल क्लियर हो जाएगी,, सलमा फिक्र क्यों करती है जो भी होगा सब अच्छा होगा पता नहीं यार किस्मत मेरे साथ क्या खेल खेल रही है,,,
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए
धारावाहिक 👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉 हमें मिलना ही था 💕 क्रमशः
मौलिक रचना सय्यदा ख़ातून--✍️
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