@ये भ्रष्टाचार तेरा,तुझे बरबाद कर देगा @ ******************************************* ये भ्रष्टाचार तेरा , तुझे बरबाद देगा | गरीब की आँखों में,ये आँसू भर देगा || कभी सोचूँ चुप रहूँ,कभी दुनिया से डरूँ | आज मेरी आत्मा विद्रोह कर रही है | जब से जाना है तुझको,तब से ही मन में ,क्रान्ति की एक भावना भर रही है || यह चुप रहना मेरा,मुझे बेकार कर देगा | ये भ्रष्टाचार तेरा , तुझे बरबाद कर देगा || नेता लूटे देश को ,अमीर देखे चुप -चुप | गरीब जनता त्राहिमाम कर रही है | जब से आजादी मिली,तब से ही देश में, नैतिकता की आत्मा मर रही है || ये मौन रहना मेरा,मुझे शर्मसार कर देगा | ये भ्रष्टाचार तेरा , तुझे बरबाद कर देगा || उठो जागो हिम्मत करो,नहीं रहो चुप-चुप | देश की आत्मा ये पुकार कर रही है | जब से सोया आम आदमी,तब से ही देश में ,अशान्ति की एक ज्वाला जल रही है || ये तटस्थ रहना मेरा ,बंटाढार कर देगा | ये भ्रष्टाचार तेरा ,तुझे बरबाद कर देगा || *******************************************