@@@@@@@ बेटियाँ @@@@@@@@ संयोग को सौभाग्य में, बदलती है बेटियाँ | सुसराल के साँचे में , ढलती है बेटियाँ || मत कोसो अज्ञानी लोगो ,बेटी के माँ -बाप को , धन्य है वो घर आँगन ,जहाँ पलती है बेटियाँ || ************************************************* दो कुनबों को आपस में , जोड़ती हैं बेटियाँ | अपनी जीवन धारा को , मोड़ती हैं बेटियाँ || मत भूलो घमण्डी मर्दों,बेटी के महात्याग को | अपने प्रिय पितृ घर को ,छोड़ती है बेटियाँ || ************************************************* जरा से दुलार से ,बहलती हैं बेटियाँ | माँ -बाप के कहने में ,चलती हैं बेटियाँ | मत कोसो लालची लोगों ,सृष्टि की श्रेष्ठ रचना को , बहार बन के खिलने वाली,क्यों खलती हैं बेटियाँ || @@@@@@@@@@@@@@@@@@@@