राजनैतिक दल के सवयंसेवक और कार्यकर्ता के लिये भी आरक्षण की मांग करता हूँ,?
एक आरक्षण काफी लम्बे समय लंबित पड़ा हुआ है मगर उसको देश में किसी भी राजनैतिक दल का समर्थन प्राप्त नहीं है, निकाय से राज्यसभा तक ३३% प्रतिशत का आरक्षण कितना निराश और उदास मगर कोई उसकी सुध नहीं लेता?
आरक्षण कितना आरक्षण है और कितना वोट बैंक की राजनैतिक इसका हिसाब कैसे लगाएंगे देश का उत्तम से उत्तम संगणक भी गणना में बार बार त्रुटि का ही प्रतिक को प्रदर्शित कर रहा है स्क्रीन पर!
जबतक देश की राजनीती जाती, प्रजाती, अप्राजितऔर न जाने किन किन प्रजातियों में जनता को नहीं बाँट देती तब तक देश में इस तरह की राजनीती का बेडा गडक नहीं होगा?
राजनैतिक दलों के विरोध करने वाले प्रजाती की संख्या भी लगता है कोई कम नहीं है, एक आंदोलन इसके लिए भी होनी चाहिए?
सभी को आरक्षण चाहिए बस सिर्फ एक को छोड़ कर जो प्रदेश देश की अंतर्राष्टीय सीमा से लगी हुई है और आतंक से प्रभावित भी रहा है, ऐसा नहीं है की यहाँ की राजनीती साफ सुथरी है, राजनीती का घिनौना दल दल यहाँ भी पशरा हुआ है मगर फिर भी आरक्षण की माँगा यहाँ से कभी नहीं उठी?