डाटा मत खाइये चारा भी मत खाइये!
देश के नेता जीप,स्टाम्प पेपर,विकलांगो की कुर्सी,हवाई जहाज,कोयला, स्पेक्ट्रम,चारा खा जाते है तो क्या जनता को डाटा खाने का भी हक़ नहीं है? आंकलन कितना सही है पता नहीं मगर यह भी सही है की डाटा जितना राजनैतिक दल के कार्यकर्ता और राजनेता खा जाते है, उतना तो शायद जनता भी नहीं खाती होगी?
फेसबुक पर राजेनता ट्विटर पर राजनेता क्या कहते है प्रोडीक्ल साइंस के हिसाब से अगर इन माध्यमों से डाटा नहीं खाते होंगे तो, चारा पर देश में रायशुमारी भी की जा सकती है की आखिर चारा खाता कौन है? अच्छा चलिए छोड़िये सबकुछ खाइये देश को मत खाइये और जनता को टुकड़ों में मत बाटियें, जंगल के चारा को छोड़ कर धरती पर ऊगा अनाज खाइये और स्वस्थ रहिये?