#बेहतर कल के लिए आपका सहयोग ज़रूरो है
जो कल गरीब थे वे आज भी गरीब है, मगर आने कल में भी अगर वे गरीब बने रहें तो व्यवस्था पर सवाल उठना लाजमी है? सुनहरे कल के लिए आज क्या थोड़ा सा कष्ट देश की जनता नहीं उठा सकती? निर्माण स्थल पर लिखा हुआ मिल जाता है बेहतर कल के लिए आपका सहयोग ज़रूरी है.
देश ने आज़ादी के बाद से हरित क्राँति, दुग्ध क्राँति का दौर देखा है, ये आर्थिक क्राँति का दौर भी यक़ीनन पहले दोनों क्राँति की तरह देश में खुशहाली लाएगी? कुछ परेशानिया ज़रूर होगी जो की राजनैतिक है भीड़ लाने के लिए पैसों की तंगी चुनाव के वक़्त, मतदाता को देने के लिए पैसे, जो पक्ष में मतदान करें? चुनावी माहौल में गुंडागर्दी, शराब, और सामानों की इंतजाम, जिस पर खर्च होता है जनता से लुटे गए काले धन!
७० सालों से चली आ रही एक ढर्रे की राजनीती में बहूत मुमकिन है सालों बाद कुछ बदलाव देखने को मिले पैसों के दम पर उछलते कूदते नेताओं पर नजर रहेगी आगामी चुनाव में. भर्ष्टाचार की राजनीती की मुहीम से निकले हुए गुरु और चेला के सुर अलग अलग क्यों है?