*अंतिम यात्रा का क्या खूब वर्णन ←_←←_←←_←किया है*
था मैं नींद में और. ←_← मुझे इतना सजाया जा रहा था....←_←
बड़े प्यार से मुझे नहलाया जा रहा था....←_←←_←
ना जाने था वो कौन सा अजब खेल मेरे घर में....←_←←_←←_←←_←
बच्चो की तरह मुझे कंधे पर उठाया जा रहा था....←_←←_←←_←←_←
था पास मेरा हर अपना उस वक़्त....←_←←_←←_←←_←
फिर भी मैं हर किसी के मन से भुलाया जा रहा था...←_←←_←←_←←_←
जो कभी देखते भी न थे मोहब्बत की निगाहों से....←_←←_←←_←
उनके दिल से भी प्यार मुझ पर लुटाया जा रहा था...←_←←_←←_←
मालूम नही क्यों हैरान था हर कोई मुझे सोते हुए देख कर....←_←←_←
जोर-जोर से रोकर मुझे जगाया जा रहा था... काँप उठी मेरी रूह वो मंज़र देख कर....←_←←_←←_← .
जहाँ मुझे हमेशा के लिए सुलाया जा रहा था....←_←←_← .
मोहब्बत की इन्तहा थी जिन दिलों में मेरे लिए....←_←←_←←_← .
उन्हीं दिलों के हाथों, आज मैं जलाया जा रहा था!!! 🍁🍂🍁🍂🍁🍂🍁🍂 👌
लाजवाब लाईनें👌 🍁🍂🍁🍂🍁🍂🍁🍂
*पल←_←भर←_←की←_←ज़िन्दगी←_←है←_←दोस्तो←_←प्यार←_←करना←_←सीखो←_←नफरत←_←नही*