"वोट बैंक पहले, देश बाद में"
सबूत करे वोट बैंक की डोर मजबूत? छिपाने को बहुत कुछ है, छिपाया भी गया अगर इससे पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक हुआ था तो देश से छिपाया क्यों गया? क्या वोट बैंक नाराज हो जाती, सत्ता चली जाती? छिपाया तो देश से बहुत कुछ गया है इतिहास तक को पलट कर रख दिया और इसमें साथ दिया इतिहासकारों ने पत्रकारों ने और बूद्धिजीवियों ने जिनकी रोजी रोटी सत्ता की दलाली से चलती थी और है?
कही ऐसा तो नहीं की राजनेता सत्ता की दलाली करते करते देश से ही दलाली कर बैठे और अंजाम भुगत रहा हिंदुस्तान?
सबूत की मांग पे चर्चा ज़ोरो पे है मगर सबूत किस बात का माँगा जा रहा है गौर करें:-
१९४८ में बँटवारे का आधार क्या था, क्या देश की जनता को सबूतों के साथ अवगत कराया गया?
जिस वीटो पे आज चीन इतराता है, वो भी भारत का दान में दिया हुआ सौगात है. क्या सबूत दिए गए देश की जनता को परदे के पीछे के सौदा और समझौते के बारे में?
Reminiscences of the Nehru Age, 1978 My Days With Nehru, 1979 ये दोनों किताबे स्वर्गीय M. O. Mathai साहब का संकलन है क्यों नहीं प्रकाशित हुई क्या सबूत दिए गए?
१९६२ में हिंदी चीनी भाई भाई के नारे से बुलंद आवाज जब बन्दूक की गोली से चलनी हुई थी, तब क्या सबूत दी गई थी?
१९६५ में भारत पाकिस्तान युद्ध का सबूत देश के सामने लाया गया?
१९७१ में भी युद्ध हुआ था सबूत किसने मांगे?
ये कुछ वाक्य है देश और सेना से जुड़े हुए अगर इनपर आजतक किसीने सबूत नहीं माँगा तो आज क्यों मांग रहे हो? इसी प्रक्रिया को वोट बैंक की दलाली और देश से गद्दारी से आगे भी अगर कोई शब्द होती है तो इस्तेमाल करने से परहेज नहीं होनी चाहिए? वोट बैंक की दलाली करो मगर देश को तो बक्श दो "ये तो हद कर दी राजनेताओं आपने" ये देश आपका भी है देश आपका है आपका ही रहेगा पड़ोस कभी भी आपका नहीं होगा.