इसी संस्थान में बगदाद अफगानिस्तान की निर्देशक फंडामेंटल एजूकेशन तथा फिलीपाइन की महिला भी अन्य शिक्षार्थियों के साथ थी। मैं कई सहकर्मियों और अफगानिस्तान की शिक्षाविद्ध निर्देशक को वहां का हाल परा-मनोविज्ञान के आधार पर बताता था। तब वहां मीर कासिम का राज्य था और सददाम हुसैन बाद में शासक बने। मैं बचपन में एक प्रसिद्ध पुस्तक अलिफ-लैला हज़ार दास्तान, उर्दू फिर हिंदी में पढ़ी थी। जिसे अरेबियन नाइट के नाम से जाना जाता है। उसका सम्बंध बगदाद से था। अली बाबा सिंधवाद की कहानियां व फिल्में प्रसिद्ध है। मेरे द्वारा बनाई मूर्ति बगदाद में है।