परम पूज्य लगभग 400 वर्ष के देवरिया 30 प्रदेश के देवड़ा बाबा के बारे में सुना कि वह लगभग 400 वर्ष या अधिक आयु वाले मचान पर रहने वाले अल्पाहारी संत हैं । भारत के पहले राष्ट्रपति विदेशी और अनेकों भारत की सुप्रसिद्ध हस्तियां उनके दर्शन कर आर्शीवाद प्राप्त करने जाते थे। उन्होंने ही श्रीमती इंदिरा गांधी को आशीर्वाद के रूप में हाथ का चिन्ह कांग्रेस पार्टी को दिया।
मेरी इच्छा भी उनकी आयु जानने की लगभग 20 वर्ष पूर्व हुई। मैं उतर प्रदेश से शिमला आकर एक अध्यात्मिक सरल स्वभाव के मित्र श्री सोहन लाल गुप्ता से मिला और बताया कि कुम्भ मेले में वह संत कुरू़क्षेत्र पधारेंगे। वह कुरूक्षेत्र जा रहे थे। वह किसी महात्मा जी से मिलकर उनके बारे में बताये कुम्भ मेले में श्री देवड़ा जी से मिले। शिमला लौटकर उन्होंने बताया कि भीड़ से दूर वह एक मचान पर बैठे दिखाई दिये। कुछ दूरी पर मित्र श्री सोहन लाल गुप्ता को स्वयं देखकर कहा कि लोग कहते है मैंने इतने कुम्भ अर्ध कुम्भ में स्नान किया है। जब देवड़ा बाबा द्वारा उसकी गणना की तो लगभग 450 वर्ष बनते थे।
इसके अतिरिक्त में उतर प्रदेश में लगभग 20-25 वर्ष पहले फरूखाबाद उतर प्रदेश में एक दुकान पर वहां की प्रसिद्ध मिठाई (गजक) लेने अपने एक डाॅक्टर साले के साथ गया। उस दुकान पर बैठे मालिक के पीछे दीवार पर एक व्योवृद्ध संत की फ्रेम में जड़ी तस्वीर मुझे दिखाई पड़ी। मैंने पूछा यह तस्वीर किसकी है? उस दुकान मालिक ने कहा कि यह मेरे गुरु जी श्री देवड़ा बाबा का है। मुझे आभास हो रहा था कि यह वही बाबा जी है।
मैंने उनसे विनती की वह यदि यह फोटो स्टेट द्वारा इसकी अनुकृति बनाने को दें तो कृपा होगी। उन्होंने साफ मना कर दिया। मैंने कहा कोई बात नहीं और हम दोनों चल पड़े।
मैंने अपने डाॅक्टर साले साहब से कहा कि तस्वीर (फोटो) मेरे पास आयेगा, वैसे ही उस दुकान वाले ने मुझे बुलाया डाॅ साहब आइये, वह लौटे और फिर मुझे बुलाया और कहा महोदय फोटो काॅपी बनवाकर बिना क्षति पहुंचाये इसे वापस कर दें।
मैं डाॅ. साहब से उसकी कई फोटो काॅपी बनवाकर शिमला ले आया।
वह फोटो मेरे पास हैं।
प्रायः मैं श्री देवड़ा बाबा की रहस्मयी कहानियां सुनता हूं। मेरी परा-मनोवैज्ञनिक सोच के कारण ही मुझे फोटो काॅपी मिल पाई। इस प्रकार अनेकों सिद्ध संतों के चित्र मेरे पास है जो बिना मिले ही केवल इच्छा करने पर किसी के द्वारा मिल जाते है।