शिमला नगर निगम से सेवानिवृत मेरे परिचित एक स्टेट ऑफिसर रेस्तरां में मेरी ओर पीठ किये कुछ दूर बैठे कई लोगों से कुछ बात कर रहे थे। मैं कुछ दूर बैठा सोच रहा था कि यह सामने बैठे लोग कुछ विशेष बात कर रहे हैं। लगता है कि लड़के की शादी की बात लड़की वालों से हो रही है।
मैं एक नेपकिन पेपर पर लिखने लगा कि यह जिस लड़के और लड़की के 36 में कितने गुण मिल रहे है और यह शादी तय हो जायेगी। किन्तु थोड़ी सी अड़चन के बाद वहां केवल लड़के और लड़की वाले अंजान लोग ही बैठे थे। उनमें शादी वाले लड़के और लड़की नहीं बैठे थे, न ही उनकी कोई बातचीत मुझे सुनाई दे रही थी। न ही इससे पूर्व मुझे इस घटना के संबंध में मालूम था। जब वह लोग बातचीत कर उठे तो मुझे लगा, एक जिनकी पीठ मेरी और थी वह मेरे परिचित हैं। मैंने इशारे से उन्हें बुलाकर वह नेपकिन पर लिखा पेपर उन्हें पकड़ाते हुये फिर मिलने को कहा, क्योंकि वह मेहमानों के साथ व्यस्त थे।
कुछ दिन बाद उनकी शादी पक्की होने के बाद मुझे निमन्त्रण मिला। एक दिन किसी ज्योतिषी के पास कुछ लोग बैठे बात कर रहे थे। मैं दूसरी टेबल पर बैठा था। तब उन स्टेट आॅफिसर ने बताया कि मेरी बताई हुई बात हूबहू सत्य निकली। इससे पूर्व मैंने भी कभी नहीं पूछा कि उनके बेटे की शादी कैसे तय हुई।
इस तरह की भविष्यवाणी और पूर्वाभास जिसमें मिलने गुण इत्यादि सम्बध में बतायी पहली परा-मनोवैज्ञानिक घटना थी।