वो दिन लद गए जब लोग अपनी लड़की के 18 साल और लड़के के 21 साल के होने का इंतज़ार करते थे, ताकि वो कानूनी रुप से बालिग संतान का विवाह कर सके। अब शादी की उम्र 20 से 25 तो छोड़िए 30 से 40 के बीच हो गई है। हम अपने लेख के जरिए उन वजहों का विश्लेषण करेंगे जिनकी वजह से युवा देर से शादी कर रहे है।
1. शिक्षा और करियर पर बढ़ता जोर भी इसकी प्रमुख वजह है पहले लड़कियों का साक्षर होना ही काफी समझा जाता था लेकिन अब लड़के उन लड़कियों को प्राथमिकता देते है जो उनकी बराबरी में शिक्षित हो और नौकरीपेशा हो। साथ ही लड़कियां भी उच्चशिक्षित हो चुकी है वो भी समान योग्यता और प्रोफेशन वाले लड़कों को तवज्जोह दे रही है।
2. सरकारी नौकरियों की बजाए प्रायवेट नौकरीयों का चलन काफी बढ़ चुकी है और वो उनकी तुलना में आसानी से मिल भी जाती है लेकिन उनमें स्थाईत्व ना होने के कारण युवा आर्थिक रूप से सेटल होने से पहले शादी का जोखिम नहीं उठाना चाहते है, कुछ लड़के और लड़कियों पर पारिवारिक जिम्मेदारियां भी होती है जिसे पूरे किए बगैर वो शादी नहीं करना चाहते है।
3. हमारे देश में विवाह में देरी का सबसे पारंपरिक और पुराना कारण है समान जाति और भाषा में विवाह को प्राथमिकता देना, कई मेट्रीमोनियल साईट्स भी इन बातों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। अभिभावकों को पुरानी प्रथाओं को छोड़ने और नई मान्यताओं को स्वीकारने में वक्त लगता है इसकी बड़ी वजह है कि वो समाज के विरूद्ध जाकर निर्णय लेने की हिम्मत नहीं कर पाते है। वैसे तो हमारे युवा वक्त के साथ इन दायरों से बाहर निकल रहे है और खुद निर्णय लेने लगे है।
4. समान क्लॉस में विवाह की चाहत के चलते भी शादी में देरी हो रही है मेट्रीमोनियल साईट्स में भी मध्यमवर्ग, उच्च मध्यम वर्ग और सपन्न ऐसी श्रेणियां बनी हुई है। वैसे कुछ युवा ऐसे भी है जो इन दायरों में सिमटकर विवाह नहीं करना चाहते है।
5. दहेज प्रथा भी विवाह में देरी का एक मुख्य कारण है कुछ परिवारों दहेज के आधार पर ही रिश्ते तय किए जाते है। हालांकि बदलते वक्त के साथ कुछ लड़के दहेज प्रथा से किनारा कर चुके है और कुछ लड़कियां भी बिना दहेज के शादी करने के फैसले पर अडिग है।
6. सुंदर जीवनसाथी की चाह भी विवाह में देरी कारण है कुछ परिवार रंग रुप देखकर रिश्ता तय करते है ना कि गुण देखकर, कुछ लड़कियां भी गुड लुकिंग लड़कों से शादी करना चाहती है लेकिन ज्यादातर लड़कियां लुक्स के बजाए इंटेलिजेंस को तव्वजोह देती है।
7. कुंडली मिलान ये देश में देर से विवाह होने का सबसे बड़ा कारण है, बहुत से लोग सिर्फ कुंडली ना मिलने की वजह से रिश्ता अस्वीकार कर देते है।
8. लव मैरिज के बढ़ता चलन भी देरी का प्रमुख कारण है आजकल के एक दूसरे को जानने के लिए थोड़ा वक्त देना चाहते है और अरेंज मैरिज की जल्दबाजी के बजाए खुद का फैसला लेना चाहते है।
9. लिव इन रिलेशनशिप के बढ़ते चलन के चलते अब शादी की बाध्यता समाप्त हो चुकी है ऐसे में कुछ युवाओं की शादी में दिलचस्पी नहीं है।
10. कमिटमेंट के डर और शादी टिकेगी या नहीं इस डर से भी युवा जल्दी शादी का निर्णय नहीं ले पाते है।