क्या स्कूल और कॉलेज
के अंक ही सफलता
का अंकशास्त्र लिखते है ?
क्या यही सफलता की
आखिरी सीढ़ी होते है ?
अंकों का अतीत ही सुनहरे
भविष्य की गारंटी हो सकता है ?
समझ गया जो जीवन को बहुमूल्य
समझ ले वो ये भी, सफलता असफलता अंकों से परे होती है, ये दृष्टिकोण में