भले ही बॉलीवुड पर वेस्टर्न स्टाइल को फॉलो करने वाले का तमगा मिला हुआ हो,
लेकिन आज भी भारतीय प्रिंट का काफी खूबसूरत तरीके से इस्तेमाल हो रहा है।
अब बांधनी और बंधेज प्रिंट की ही बात कर ले। गुजरात और राजस्थान के
पारंपरिक प्रिंट हाल ही में रिलीज हुई कई फ़िल्मों में दिखे। इसका इतिहास
वैसे तो सिंधु घाटी की सभ्यता से ही शुरू हुआ है। इस कला में कपड़े को
बांधकर उसकी गांठ बनाई जाती है, इसके बाद उसे रंग में डूबाया जाता है, जो
भाग बांधा जाता है उस पर कोई रंग नहीं चढ़ता है। इसके कई स्वरूप हो सकते है
जैसे कि लहरिया, गोल या चौकोर आकार की बिंदिया । हाल ही में फ़िल्म धड़क
में राजस्थानी कला का नमूना देखने को मिला इस फ़िल्म में मनीष मल्होत्रा ने
खासतौर पर स्थानीय शैली को प्रमुखता से दिखाया है । हम अपने इस लेख के
माध्यम से आपको दिखाने वाले है कि कब कब बॉलीवुड पर चढ़ा बंधेज, बांधनी
प्रिंट का रंग। आगे पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करे .........