सीता स्वंयवर पर .....
कैसे मैं पहचानू उन्हें.
कैसे मैं जानूं के वो बनें हैै वो मेरे लिए.
होगी सैकड़ों की भीड़ वहां.
तेजस्वी और वैभवशाली तो होंगे
वहां कई और भी.
लेकिन सुना है मैंनें शिव का धनुष
उठा सकेंगे कुछ ऐसे प्रतापी
होंगे वो मर्यादा पुरूषोत्तम राम ही.
शिल्पा रोंघे