दीपावली पर सौभाग्य कविता
एक दीया तुम रखो
एक दीया मैं रखूं ।
एक फूल तुम रखो
एक फूल मैं रखूं
देवी के आगे।
देखो फिर क्या मज़ाल
अंधेरे की, जो आए मेरे
और तुम्हारे जीवन में।
चाहे वो अंधेरी सुरंग सा क्यों ना हो।
शिल्पा रोंघे
इमेज साभार- रश्मि गोहणे